Vat Savitri 2025: वट सावित्री व्रत में जानें कैसे सही तरीके से करें पूजा और प्राप्त करें सुख-समृद्धि
April 4, 2025 2025-04-04 2:46Vat Savitri 2025: वट सावित्री व्रत में जानें कैसे सही तरीके से करें पूजा और प्राप्त करें सुख-समृद्धि
Vat Savitri 2025: वट सावित्री व्रत में जानें कैसे सही तरीके से करें पूजा और प्राप्त करें सुख-समृद्धि
Vat Savitri 2025: यह पूजा खासतौर पर भारतीय महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र और सुखमय जीवन के लिए की जाती है। महिलाएं वट के पेड़ के नीचे पूजा अर्चना करती हैं और उसके चारों ओर सात बार परिक्रमा करती हैं। इस दिन महिलाएं उपवासी रहकर संतान सुख और परिवार की समृद्धि के लिए व्रत करती हैं। वट सावित्री पूजा हिन्दू धर्म में पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने और सौभाग्य की कामना करने का पर्व है।

वट सावित्री व्रत 2025 कब है?
#वट सावित्री व्रत 2025 10 June को मनाया जाएगा। यह व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को रखा जाता है।
वट सावित्री व्रत का महत्व
यह व्रत सौभाग्य, सुख और संतान प्राप्ति के लिए किया जाता है।
मान्यता है कि सावित्री ने अपने तप और दृढ़ संकल्प से अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से वापस प्राप्त किए थे।
इसलिए इस दिन सुहागिन स्त्रियाँ अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।
वट सावित्री व्रत की पूजा विधि
व्रत और स्नान
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
व्रत का संकल्प लें और पूरे दिन अन्न-जल का त्याग करें।
वट वृक्ष (बरगद) की पूजा
वट वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा करें।
जल, अक्षत, रोली, फूल, और कच्चा सूत अर्पित करें।
वट वृक्ष की 7 या 11 बार परिक्रमा करें।
सावित्री-सत्यवान कथा का पाठ
व्रत कथा सुनें या पढ़ें।
अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।
व्रत का समापन और दान
ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को अन्न-वस्त्र का दान करें।
संध्या समय फलाहार ग्रहण कर व्रत पूर्ण करें।
वट सावित्री व्रत पर क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
व्रत और पूजा विधि का सही पालन करें।
वट वृक्ष को जल अर्पित करें।
सुहाग सामग्री जैसे चूड़ी, सिंदूर और मेहंदी का दान करें।
क्या न करें:
क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें।
व्रत के दौरान झूठ न बोलें।
किसी का अपमान न करें।
निष्कर्ष
वट सावित्री व्रत न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह पतिपरायण स्त्रियों की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक भी है।
इस व्रत के प्रभाव से दांपत्य जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
10 June 2025 को यह व्रत पूरे श्रद्धा भाव से करें और वट वृक्ष के पूजन से पुण्य लाभ प्राप्त करें।
🙏 “ॐ वटाय नमः!” 🙏