Hanuman Jayanti 2025: व्रत, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त, जानिए कैसे पाएं हनुमान जी का आशीर्वाद
April 5, 2025 2025-04-05 4:53Hanuman Jayanti 2025: व्रत, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त, जानिए कैसे पाएं हनुमान जी का आशीर्वाद
Hanuman Jayanti 2025: व्रत, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त, जानिए कैसे पाएं हनुमान जी का आशीर्वाद
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जयंती भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है।
यह पर्व शक्ति, भक्ति और साहस का प्रतीक है।
भक्त इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ, सुंदरकांड का पाठ और विशेष आरती कर भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करते हैं।
इस लेख में हम हनुमान जयंती 2025 की तिथि, पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से जानेंगे।

हनुमान जयंती 2025 कब है?
हनुमान जयंती 2025 को अधिकांश भागों में 12 अप्रैल, रविवार को मनाया जाएगा।
शुभ मुहूर्त
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 12 अप्रैल 2025 को सुबह 03:21 बजे
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: 13 अप्रैल 2025 को सुबह 05:51 बजे
- पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय: सुबह 06:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
हनुमान जयंती का महत्व
हनुमान जयंती रामभक्त हनुमान के जन्म का उत्सव है।
इस दिन उनकी असीम शक्ति, भक्ति और सेवा भाव की पूजा की जाती है।
हनुमान जी को कलियुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माना जाता है।
हनुमान जयंती के धार्मिक महत्व:
श्रीराम के अनन्य भक्त: हनुमान जी को अमरता का वरदान प्राप्त है।
संकटमोचक: भक्तों के सभी कष्टों को हरने वाले देवता माने जाते हैं।
साहस और शक्ति के प्रतीक: हनुमान जी से प्रेरणा लेकर भय से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा: हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ से नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं।
हनुमान जयंती पूजा विधि
हनुमान जयंती पर भक्त विशेष पूजा कर सकते हैं। इस दिन उपवास रखना शुभ माना जाता है।
प्रातः स्नान और संकल्प
सुबह जल्दी उठकर शुद्ध जल से स्नान करें।
हनुमान जी का व्रत रखने का संकल्प लें।
हनुमान जी की मूर्ति स्थापना
#हनुमान जी की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर स्थापित करें।
गंगाजल, केसर और सिंदूर से मूर्ति का अभिषेक करें।
पूजा और भोग अर्पण
सिंदूर, चमेली का तेल, लाल फूल, गुड़-चना और तुलसी पत्ते अर्पित करें।
#हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करें।
हनुमान जी को लड्डू और बूंदी का प्रसाद चढ़ाएँ।
हनुमान आरती और परिक्रमा
#हनुमान जी की विशेष आरती करें।
गाय के घी का दीपक जलाकर 7 बार परिक्रमा करें।
दान-पुण्य और भंडारा
हनुमान जी के दर्शन के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।
कई स्थानों पर हनुमान जयंती पर भंडारा आयोजित किया जाता है।
हनुमान जयंती के दिन क्या करें और क्या न करें?
हनुमान जयंती पर करें:
#हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल चढ़ाएँ।
उपवास रखें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
राम-राम का जप करें, क्योंकि हनुमान जी श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हैं।
जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र दान करें।
हनुमान जयंती पर न करें:
तामसिक भोजन (मांस-मदिरा) का सेवन न करें।
झूठ, क्रोध और अहंकार से बचें।
हनुमान जी की पूजा में काले वस्त्र न पहनें।
महिलाओं को हनुमान जी को स्पर्श करने से बचना चाहिए।
हनुमान जी के 12 चमत्कारी मंत्र
#हनुमान जयंती पर इन मंत्रों का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है:
- “ॐ हनुमते नमः” – सभी संकटों से मुक्ति।
- “ॐ अं अंगारकाय नमः” – मंगल ग्रह के दोषों से छुटकारा।
- “ॐ रामदूताय नमः” – श्रीराम का आशीर्वाद पाने के लिए।
- “ॐ महावीराय नमः” – शत्रु बाधा से रक्षा।
- “ॐ बजरंग बली हनुमानाय नमः” – शक्ति और साहस की प्राप्ति।
हनुमान जयंती पर शुभकामनाएँ और संदेश
#हनुमान जयंती के अवसर पर अपने प्रियजनों को यह शुभकामनाएँ भेजें:
🌺 “हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ! बजरंग बली की कृपा से आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भर जाए।” 🌺
🔥 “संकटमोचन वीर हनुमान के आशीर्वाद से आपके जीवन के सभी कष्ट दूर हों। जय श्री राम! जय हनुमान!” 🔥
🙏 “हनुमान जी की कृपा से आपके घर में सुख-शांति बनी रहे। जय बजरंग बली!” 🙏
निष्कर्ष
हनुमान जयंती एक भक्ति, शक्ति और सेवा का पर्व है। इस दिन श्रद्धा और समर्पण के साथ हनुमान जी की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
2025 में हनुमान जयंती को पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाएँ और हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करें।
जय बजरंग बली! जय श्री राम! 🚩🔥