Shaniwar Wada: सच में भूतिया है महाराष्ट्र का शनिवार वाड़ा? जहां हुई है बाजीराव मस्तानी की शूटिंग, ये है असल कहानी
February 20, 2025 2025-02-20 15:33Shaniwar Wada: सच में भूतिया है महाराष्ट्र का शनिवार वाड़ा? जहां हुई है बाजीराव मस्तानी की शूटिंग, ये है असल कहानी
Shaniwar Wada: सच में भूतिया है महाराष्ट्र का शनिवार वाड़ा? जहां हुई है बाजीराव मस्तानी की शूटिंग, ये है असल कहानी
Shaniwar Wada: शनिवार वाड़ा महाराष्ट्र के पुणे शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। इसे पेशवा बाजीराव प्रथम ने 1732 में बनवाया था और यह मराठा साम्राज्य की शान माना जाता है। इसका विशाल दरवाजा, भव्य वास्तुकला और ऐतिहासिक खंडहर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यह किला अपने गौरवशाली इतिहास और रहस्यमयी कथाओं के लिए प्रसिद्ध है।

शनिवार वाडा: पुणे का ऐतिहासिक गढ़ और भव्यता का प्रतीक
शनिवार वाडा का गौरवशाली इतिहास
#शनिवार वाडा, पुणे का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक किला है,
जिसे पेशवाओं के शासनकाल में बनवाया गया था।
यह किला मराठा साम्राज्य की समृद्धि और शक्ति का प्रतीक था।
इसका निर्माण 1732 में बाजीराव प्रथम द्वारा करवाया गया था।
भव्य वास्तुकला और आकर्षण
शनिवार वाडा की वास्तुकला अद्भुत है।
इसकी ऊँची दीवारें, मजबूत दरवाजे और सुंदर नक्काशी इसे एक अनोखा ऐतिहासिक स्थल बनाते हैं।
यहाँ मुख्य रूप से पाँच द्वार हैं:
- दिल्ली दरवाजा – यह मुख्य द्वार है और अत्यंत भव्य है।
- मस्तानी दरवाजा – इसे बाजीराव और मस्तानी के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
- खिड़की दरवाजा – यह एक छोटी खिड़की के आकार का दरवाजा है।
- नाना दरवाजा – इसका नाम नाना फड़नवीस के नाम पर रखा गया है।
- गणेश दरवाजा – इसे गणेश पूजा के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
भूतिया कहानियाँ और रहस्यमयी घटनाएँ
शनिवार वाडा को भूतिया घटनाओं के लिए भी जाना जाता है।
कहा जाता है कि यहाँ पेशवा नारायणराव की आत्मा अब भी भटकती है।
रात के समय “काका माला वाचवा” (काका, मुझे बचाओ) की आवाज़ें सुनाई देने की कहानियाँ काफी प्रचलित हैं।
शनिवार वाडा का वर्तमान स्वरूप
आज यह किला खंडहर में तब्दील हो चुका है,
लेकिन इसकी भव्यता अब भी पर्यटकों को आकर्षित करती है।
यहाँ हर दिन हजारों लोग आते हैं और मराठा इतिहास को महसूस करते हैं।
शनिवार वाडा कैसे पहुँचे?
शनिवार वाडा पुणे के केंद्र में स्थित है और यहाँ पहुँचना बेहद आसान है।
- रेल मार्ग: पुणे रेलवे स्टेशन से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- हवाई मार्ग: पुणे एयरपोर्ट से लगभग 12 किलोमीटर दूर है।
- सड़क मार्ग: पुणे के किसी भी कोने से ऑटो या कैब से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए ₹25 और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹300।
साउंड एंड लाइट शो: शाम को यहाँ एक शानदार लाइट एंड साउंड शो आयोजित किया जाता है।
निष्कर्ष
शनिवार वाडा भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
यह न केवल पेशवाओं की शान को दर्शाता है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक शानदार जगह है।
अगर आप पुणे जाते हैं, तो इस भव्य किले को देखने का मौका न छोड़ें!