Ram Navami 2025: राम नवमी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और व्रत का संपूर्ण मार्गदर्शन
March 30, 2025 2025-03-31 2:16Ram Navami 2025: राम नवमी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और व्रत का संपूर्ण मार्गदर्शन
Ram Navami 2025: राम नवमी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और व्रत का संपूर्ण मार्गदर्शन
Ram Navami 2025: राम नवमी हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान श्रीराम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को होता है, जो धर्म, अच्छाई और सत्य की विजय का प्रतीक है। इस दिन भक्त श्रीराम की पूजा करते हैं और उनके आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लेते हैं।

Ram Navami 2025 कब है? जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
Ram Navami 2025 में रविवार, 6 अप्रैल को धूमधाम से मनाई जाएगी।
यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आता है।
इसी दिन त्रेतायुग में भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम का अयोध्या नगरी में जन्म हुआ था।
शुभ मुहूर्त
- नवमी तिथि प्रारंभ: 6 अप्रैल 2025, प्रातः 10:40 बजे
- नवमी तिथि समाप्त: 7 अप्रैल 2025, प्रातः 9:23 बजे
- राम जन्म का मध्यान्ह काल: 6 अप्रैल को दोपहर 12:06 बजे से 1:38 बजे तक
- पूजन का सर्वोत्तम समय: मध्यान्ह काल में राम जन्म का पूजन करना विशेष फलदायी होता है।
राम नवमी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व
राम नवमी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि सत्य, धर्म और मर्यादा का प्रतीक है।
भगवान राम का जन्म इस बात का प्रमाण है कि जब धरती पर अधर्म और पाप बढ़ता है, तब भगवान स्वयं अवतार लेते हैं।
श्रीराम का जीवन संयम, त्याग, भक्ति और सेवा का अनुपम उदाहरण है। उनके आदर्शों को अपनाकर ही जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है।
राम नवमी 2025 की व्रत और पूजा विधि
इस दिन व्रत रखने वाले भक्त सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करते हैं और व्रत का संकल्प लेते हैं।
व्रत में दिनभर फलाहार और जल का सेवन किया जाता है। व्रत का समापन राम जन्म के समय विशेष पूजन और आरती से होता है।
पूजन विधि:
- घर को स्वच्छ करके मंदिर या पूजा स्थान को सजाएं।
- भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- दीपक जलाकर घी, कपूर, पुष्प, चंदन, तुलसी पत्र और फल अर्पित करें।
- “ॐ श्रीरामाय नमः” का 108 बार जप करें।
- रामचरितमानस या रामायण का पाठ करें।
- मध्यान्ह काल में राम जन्मोत्सव का विशेष पूजन करें।
- आरती के पश्चात प्रसाद वितरण करें।
राम नवमी के दिन क्या करें और क्या न करें
क्या करें:
व्रत रखें और सात्विक आहार लें
जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र का दान करें
मंदिरों में रामकथा या सुंदरकांड का पाठ करवाएं
भजन-कीर्तन में भाग लें
राम नाम का जप दिनभर करते रहें
क्या न करें:
तामसिक भोजन न करें
झूठ बोलने और बुरा सोचने से बचें
दिन में सोने से परहेज करें
क्रोध और विवाद से दूर रहें
मांस-मदिरा का सेवन पूरी तरह त्यागें
राम नवमी 2025 पर अयोध्या में भव्य आयोजन
अयोध्या नगरी इस दिन अद्भुत भक्तिभाव में डूबी होती है।
राम जन्मभूमि मंदिर में विशेष पूजन और झांकियों का आयोजन होता है।
देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन करते हैं।
सरयू नदी में स्नान करके लोग पुण्य अर्जित करते हैं।
राम दरबार की झांकियां, शोभायात्राएं और रामकथा का आयोजन पूरे शहर को भक्तिमय बना देता है।
राम नवमी व्रत के लाभ
जीवन में मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन आता है
पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है
श्रीराम की कृपा से कष्टों का अंत होता है
संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले को विशेष फल मिलता है
जीवन में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है
राम नवमी पर विशेष मंत्र और भजन
श्रीराम मंत्र:
“ॐ श्रीरामाय नमः”
“श्रीराम जय राम जय जय राम”
भक्ति भजन:
“राम नाम का प्याला पी जा रे बंदे…”
“रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम…”
राम नवमी पर प्रेरणादायक सुविचार
“राम वह दीप हैं जो अंधकार मिटा देता है।”
#“राम के चरणों में ही सच्चा सुख है।”
“मर्यादा, संयम और सेवा का नाम है राम।”
“राम का नाम है जीवन का आधार।”
निष्कर्ष
राम नवमी 2025 का पर्व हमें यह सिखाता है कि सत्य की राह पर चलकर ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है।
भगवान श्रीराम के आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने त्रेतायुग में थे।
इस राम नवमी पर आइए, हम सभी श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लें और अपने जीवन को धर्म, करुणा और प्रेम से भर दें।
जय श्रीराम! 🌺