Karwa Chauth 2025: जानें इस पवित्र व्रत का महत्व, पूजा विधि और खास रिवाज
April 4, 2025 2025-04-04 2:47Karwa Chauth 2025: जानें इस पवित्र व्रत का महत्व, पूजा विधि और खास रिवाज
Karwa Chauth 2025: जानें इस पवित्र व्रत का महत्व, पूजा विधि और खास रिवाज
Karwa Chauth 2025: यह पर्व विशेष रूप से हिन्दू महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखकर मनाती हैं। महिलाएं सूर्योदय से पहले पानी और भोजन ग्रहण नहीं करतीं और पूरे दिन उपवासी रहती हैं। शाम को चाँद को देखकर पूजा करने और व्रत को खोलने की परंपरा होती है। इस दिन महिलाएं करवा और छलनी का उपयोग करके चाँद को अर्घ्य देती हैं और पति के सुखी जीवन की कामना करती हैं।

करवा चौथ 2025 कब है?
करवा चौथ 2025 10 October को मनाया जाएगा। यह व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है।
इस दिन सुहागिन महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
करवा चौथ का महत्त्व
करवा चौथ केवल एक व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।
इस दिन महिलाएँ पूरे दिन बिना जल और अन्न ग्रहण किए उपवास करती हैं और रात को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करती हैं।
करवा चौथ व्रत की पूजा विधि
सरगी ग्रहण करना (सुबह की तैयारी)
सूर्योदय से पहले सरगी ग्रहण करें, जो सास द्वारा दी जाती है।
इसमें फल, मिठाई, ड्राई फ्रूट्स और मेवा होती है।
इसके बाद दिनभर निर्जला व्रत का संकल्प लें।
शाम की पूजा विधि
शाम को सोलह श्रृंगार करें और करवा चौथ की पूजा के लिए तैयार हों।
करवा चौथ की कथा सुनें और करवा (मिट्टी का घड़ा) में जल भरकर पूजा करें।
माँ पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी की आराधना करें।
चंद्रमा को अर्घ्य और व्रत पारण
रात को चंद्रमा के दर्शन कर छलनी से पति का चेहरा देखें।
चंद्रमा को अर्घ्य दें और पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत तोड़ें।
करवा चौथ व्रत के नियम और सावधानियाँ
क्या करें:
सरगी जरूर खाएँ ताकि दिनभर ऊर्जा बनी रहे।
चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत तोड़ें।
पूरे दिन सकारात्मक और शांत रहें।
क्या न करें:
व्रत के दौरान जल या अन्न ग्रहण न करें।
नकारात्मक विचारों और वाद-विवाद से बचें।
व्रत के दौरान झूठ न बोलें।
निष्कर्ष
करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है।
2025 में 10 October को यह पर्व मनाया जाएगा। श्रद्धा और
भक्ति से यह व्रत करें और अपने वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त करें।
🙏 “करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएँ!” 🙏