Dosti Shayari in Hindi: ख़ूबसूरत सच्ची दोस्ती शायरी हिंदी में
April 16, 2024 2025-02-03 7:32Dosti Shayari in Hindi: ख़ूबसूरत सच्ची दोस्ती शायरी हिंदी में
Dosti Shayari in Hindi: ख़ूबसूरत सच्ची दोस्ती शायरी हिंदी में
Dosti Shayari in Hindi: हम सभी के बोहोत सरे दोस्त होते हैं लेकिन उन सभी में से आपके पास एक ऐसा दोस्त होता है जो सबसे खास होता है
जिसे हम बेस्ट फ्रेंड कहते हैं। Best Friend वो इंसान होता हैं जो आपके बारे में सब जनता हैं
और हर परिस्तिथि में आपका साथ देता है। बोहोत खुशनसीब होते हैं वो लोग जिनके पास एक अच्छा बेस्ट फ्रेंड होता है।
किसी भी झूठे दोस्त से कभी प्रेम मत करना,
और एक सच्चे दोस्त को कभी गेम मत करना.

दोस्त का प्यार दुआ से कम नही होता,
दोस्त दूर हो फिर भी कोई गम नही होता,
प्यार में अक्सर कम हो जाती है दोस्ती,
पर दोस्ती में प्यार कभी कम नही होता.

दिल मे तुम्हारे अपनी कमी छोड़ जाएंगे,
आँखों मे इंतेज़ार की लकीर छोड़ जाएंगे,
याद रखना ढूंढ़ते रहोगे हमे,
दोस्ती की ऐसी कहानी छोड़ जाएंगे.

हर नमी में तेरी कमी तो रहेगी,
आँखे कुछ नम तो रहेगी,
ज़िन्दगी को हम कितना भी सवांरेगे,
हमेंशा आप जैसे दोस्त की कमी रहेगी.

रात में जब आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है आँखे उन चेहरो को,
जिनकी याद में सुबह हो जाती है.

न दिल से की न दिमाग से की,
ये दोस्ती तो हमने इत्तेफाक से की,
वो दोस्त था ही इतना प्यारा,
हमने तो उस दोस्त के लिए दुआ उस रब से की.

Dosti Shayari in Hindi : वो अनजान रिश्ता जो दिल को छू जाए!
रिश्तो को निभाना आना चाहिए,
दोस्ती में वफ़ा करना आना चाहिए,
दुखो के बादल कितने ही गहरे हो जाये,
बस एक दोस्त का साथ होना चाहिए.

कुछ गुजरे हुए कल बहुत याद आते हैं,
कुछ यादो से आँखों में आँसू भर आते है,
वो सुबह शाम रंगीन हो जाती है,
जब यारो की यारी के लम्हे याद आते हैं.

यारो दोस्ती में कोई रूल नही होता,
और इसे सिखाने का कोई स्कूल नही होता.

मेरी ज़िन्दगी में कुछ घड़ी का इंतज़ार था,
तेरे वेबफा इश्क से प्यारा मेरा यार था,
तेरे इश्क ने मुझे इस कदर तोड़ा था,
फिर मेरे यार ने ही मुझे जोड़ा था.

दोस्ती एक रिश्ता है जो निभाए वो फरिश्ता है,
दोस्ती सच्ची प्रीत है जुदाई जिसकी रीत है,
जुदा होके भी ना भूले यही दोस्ती की जीत है.

हर मर्ज को दवा की जरूरत नही होती है,
कुछ दर्द को दोस्तों के साथ मुस्कुराने की ज़रूरत होती है.

उगता हुआ सूरत रोशनी दे आपको,
खिला हुआ फ़ूल खुश्बू दे आपको,
हम तो खुशी देने के काबिल नहीं,
देने वाला हज़ार खुशियां दे आपको.

रातें गुमनाम होती है,
दिन किसी के नाम होता है,
हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह से जीते है,
की हर लमहा सिर्फ दोस्त के नाम होता है.

हम उस रब से गुज़ारिश करते हैं,
तेरी दोस्ती की ख्वाइश करते हैं,
हर जन्म में तेरे जैसा ही दोस्त मिले,
तू मिले तो सही वरना ज़िन्दगी ही न मिले.

दोस्ती एक नशा है,
जिसमे हम मदहोश हो जाया करते है,
उस मस्ती की पाठशाला में,
मस्त हम हो जाया करते हैं.

दुश्मन को हम प्यार देते है,
प्यार पे मुस्कान को हार देते हैं,
बहुत दिमाग लगाकर
हमसे कोई वादा करना.. ऐ-दोस्त.
हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है.

दोस्ती हर वक्त मिलने से नही होती,
दोस्ती तो दिल से है होती.

Best Friend Shayari : वो अनजान रिश्ता जो दिल को छू जाए!
ज़िन्दगी कभी धुप तो कभी छाव है,
हमारे होठो पर बस आपका ही नाम है,
मेरे दोस्त हमसे कुछ मांग कर तो देखो,
मेरे हाथो पर मेरी जान है.

अगर ज़िन्दगी मिले तो आप जैसे दोस्त मिला करें,
वरना हम तो इस ज़िन्दगी को ही तलब न करें.

दोस्त के लिए दोस्ती की सौगात होगी,
नये लोग होंगे नई बात होगी,
हम हर हाल में मुस्कुराते रहेगे,
अपनी दोस्ती अगर यूंही साथ होगी.

खुश्बू में भी एहसास होता है,
प्यार का रिश्ता ख़ास होता है,
हर बात जुबां से कहना मुम्किन नही,
इस लिए दोस्ती का दूसरा नाम विशवास होता है.

न जाने सालों बाद कैसा समां होगा,
हम सब दोस्तों में से कौन कहा होगा,
फिर अगर मिलना होगा तो मिलेंगे ख्वाबों मे,
जैसे सूखे गुलाब मिलते है किताबों मे.

ए दोस्त तू हमसे रुस्वा ना होना,
हमारा वक़्त ही तो है जो खराब है,
वो भी एक ना एक दिन बदल जायेगा,
बस हमेशा तुम हमारे साथ रहना.

अगर तू बेचे अपनी दोस्ती,
तो पहले खरीदार हम होंगे,
तुझे अपनी कीमत का अंदाज़ा न होगा,
पर तुझे पाकर इस जहां में,
सबसे खुशनसीब हम होंगे.

दोस्ती तो झोंका है हवा का,
दोस्ती तो एक नाम है वफ़ा का,
ओरो के लिए कुछ भी हो चाहे,
मेरे लिए दोस्ती एक हसीन तोफा है खुदा का.

कुछ लोग कहते है,
दोस्ती बराबर वालो से करनी चाहिये,
लेकिन हम कहते है,
दोस्ती में कोई बराबरी नही करनी चाहिये.

हम तो बस इतना उसूल रखते है,
जब हम तुझे कुबूल करते है,
तो तेरा सब कुछ कुबूल करते है.

सच्चा दोस्त वो होता है,
जो वक्त बिना देखे,
आपके साथ होता है.

तेरा रिश्ता इस तरह निभायेगें,
तुम रोज़ खफा होना हम रोज़ मनाएंगे ,
पर मनाने से मान जाना,
वरना ये भीगी पलखे लेके हम कहा जायँगे.
