Kalahasti: कालहस्ती मंदिर में राहु-केतु दोष निवारण पूजा का रहस्य!
March 28, 2025 2025-04-02 15:18Kalahasti: कालहस्ती मंदिर में राहु-केतु दोष निवारण पूजा का रहस्य!
Kalahasti: कालहस्ती मंदिर में राहु-केतु दोष निवारण पूजा का रहस्य!
Kalahasti: कालहस्ती आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है, जो श्रीकालहस्ती मंदिर के लिए जाना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और पंचभूत लिंगों में से एक “वायु लिंग” के रूप में प्रसिद्ध है। यहाँ विशेष रूप से राहु-केतु पूजा की जाती है, जिसे ग्रह दोष निवारण के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है। कालहस्ती अपनी धार्मिक आस्था, भव्य वास्तुकला और आध्यात्मिक वातावरण के कारण श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

कालहस्ती का महत्व और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
कालहस्ती, आंध्र प्रदेश का एक प्रसिद्ध धार्मिक नगर है।
यह स्थान विशेष रूप से भगवान शिव के प्रसिद्ध श्रीकालहस्ती मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
इस मंदिर को दक्षिण के काशी के रूप में भी जाना जाता है।
श्रीकालहस्ती मंदिर: शिव भक्तों के लिए स्वर्ग
श्रीकालहस्ती मंदिर भारत के सबसे प्राचीन शिव मंदिरों में से एक है।
यह मंदिर वायु लिंग की पूजा के लिए प्रसिद्ध है, जो पंचभूत लिंगों में से एक है।
इस मंदिर की वास्तुकला और शिल्पकला अत्यंत भव्य और आकर्षक है।
मंदिर की विशेषताएँ
वायु लिंग: यह भगवान शिव का वायु तत्व से जुड़ा रूप है।
शानदार वास्तुकला: मंदिर की नक्काशी और मूर्तिकला अद्वितीय है।
राहु-केतु दोष निवारण पूजा: यहां विशेष पूजा अनुष्ठान किए जाते हैं।
कालहस्ती की पौराणिक कथा
मान्यता है कि एक भक्त, जिसने अपना जीवन शिव भक्ति में समर्पित कर दिया,
यहां भगवान शिव के दर्शन प्राप्त कर सका।
साथ ही, यह स्थान भील, नाग और हाथी की भक्ति कथा से भी जुड़ा है।
कालहस्ती यात्रा गाइड
कालहस्ती कैसे पहुँचें?
वायु मार्ग: तिरुपति हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
रेल मार्ग: श्रीकालहस्ती रेलवे स्टेशन से कई प्रमुख शहर जुड़े हैं।
सड़क मार्ग: आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से अच्छी सड़क कनेक्टिविटी उपलब्ध है।
यात्रा का सही समय
अक्टूबर से मार्च के बीच का समय यात्रा के लिए सबसे अच्छा होता है।
महाशिवरात्रि के दौरान यहां विशेष उत्सव मनाया जाता है।
कालहस्ती के दर्शनीय स्थल
भगवान शिव का श्रीकालहस्ती मंदिर
भक्त कणप्पा मंदिर
स्वर्णमुखी नदी
निष्कर्ष
कालहस्ती एक दिव्य और ऐतिहासिक स्थल है,
जो आध्यात्मिक शांति और धार्मिक महत्व का प्रतीक है।
यदि आप भगवान शिव के भक्त हैं या ऐतिहासिक स्थलों में रुचि रखते हैं,
तो यह स्थान आपके लिए अवश्य देखने योग्य है