उत्तराखंड का चमत्कारी कैंची धाम जहाँ हर मुराद होती है पूरी!
March 24, 2025 2025-03-24 1:49उत्तराखंड का चमत्कारी कैंची धाम जहाँ हर मुराद होती है पूरी!
उत्तराखंड का चमत्कारी कैंची धाम जहाँ हर मुराद होती है पूरी!
Kainchi Dham: कैची धाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थान है, जो नीम करोली बाबा को समर्पित है। यह आश्रम शांत वातावरण और हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित होने के कारण भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां हर साल 15 जून को भव्य भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। कैची धाम को विशेष रूप से स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग जैसे प्रसिद्ध व्यक्तियों की यात्राओं के कारण भी जाना जाता है।

परिचय
Kainchi Dham उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल है।
यह आश्रम नीम करोली बाबा की तपोस्थली मानी जाती है
और हर साल हजारों श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।
कैंची धाम का इतिहास
इस धाम की स्थापना 1960 में महान संत नीम करोली बाबा द्वारा की गई थी।
यह स्थान बाबा के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है
और यहाँ उनके चमत्कारों से जुड़ी कई कथाएँ प्रचलित हैं।
कैंची धाम में देखने योग्य स्थान
नीम करोली बाबा का आश्रम
यहाँ नीम करोली बाबा का मंदिर स्थित है,
जहाँ उनकी समाधि और मूर्ति स्थापित है।
यह स्थान शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण है।
हनुमान मंदिर
आश्रम के भीतर हनुमान जी का भव्य मंदिर स्थित है,
जो भक्तों के लिए विशेष आस्था का केंद्र है।
प्राकृतिक सुंदरता
यह धाम पहाड़ों और हरियाली के बीच स्थित है,
जिससे यहाँ का वातावरण अत्यंत मनमोहक और शांतिपूर्ण बनता है।
वार्षिक भंडारा
हर साल 15 जून को यहाँ भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता है,
जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
कैंची धाम घूमने का सही समय
मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच यहाँ जाने का सबसे अच्छा समय होता है।
इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और भक्तों की भीड़ अपेक्षाकृत कम होती है।
कैसे पहुँचे कैंची धाम?
कैंची धाम नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यहाँ तक पहुँचने के लिए काठगोदाम रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी स्टेशन है,
जबकि पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
प्रवेश शुल्क और समय
आश्रम में प्रवेश निःशुल्क है और यह सुबह 6:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है।
निष्कर्ष
कैंची धाम केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि एक अद्भुत आध्यात्मिक केंद्र भी है।
यदि आप शांति, भक्ति और प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं,
तो यह स्थान आपके लिए एक आदर्श गंतव्य हो सकता है।