Sad Mohabbat Shayari: Best 30+ Mohabbat Sad Shayari in Hindi | मोहब्बत पर सेड शायरी
September 5, 2024 2025-02-01 4:14Sad Mohabbat Shayari: Best 30+ Mohabbat Sad Shayari in Hindi | मोहब्बत पर सेड शायरी
Sad Mohabbat Shayari: Best 30+ Mohabbat Sad Shayari in Hindi | मोहब्बत पर सेड शायरी
Sad Mohabbat Shayari: हर कोई एक जैसे नहीं होते, और कई बार जिंदगी की राहें हमें अकेला छोड़ देती हैं। दिल के भीतर की ये चुप्पी कभी-कभी बहुत भारी होती है, जैसे जीवन का रंग फीका पड़ गया हो।उम्मीदें और सपने जैसे बिखर गए हैं, और हर दिन बस एक संघर्ष बनकर रह जाता है। इस अंधेरे में आशा की एक छोटी सी किरण भी बहुत दूर लगती है। कभी-कभी, ऐसा लगता है कि दर्द और ग़म ने जीवन पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।
Sad Mohabbat Shayari in Hindi

साथ मांगा मिला नही खुशी मांगी मिली नही प्यार मांगा किस्मत में था नही और दर्द बिन मांगे ही मिल गया

अब टूट गया दिल तो बवाल क्या करें, खुद ही किया था पसंद अब सवाल क्या करें

मज़ा चख लेने दो उसे गैरों की मोहब्बत का भी इतनी चाहत के बाद जो मेरा ना हुआ वो औरों का क्या होगा

वो नाराज हो जाए तो बेचैन हो जाते हैं हम… हम खफा हो जाए तो वो वजह तक नही पूछते।

समेट ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हे फिर इनकी जरूरत पड़ेगी

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में, दर्द हो तो समझ लेना रिश्ता अभी बाकी है

उसका मन देखकर मन लगा बैठे मन से मन मिला तो वो तंग आ बैठे
Best Sad Quotes

इश्क़ में यार का किरदार मत पूछिए

तेरे मेरे बीच कुछ भी आखिरी नही..! सिवाय आख़िरी सांस के

बेवफा वक़्त था..?तुम थे..? या मुकद्दर था मेरा..? बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला

ज़ख्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत, दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या।

इलाजे-दर्दे-दिल तुमसे मेरे मसीहा हो नहीं सकता, तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता

आवाज़ में ठहराव था आँखों में नमी सी थी, और कह रहा था मैंने सब कुछ भुला दिया

वो जान गयी थी हमें दर्द में मुस्कराने की आदत है, देती थी नया जख्म वो रोज मेरी ख़ुशी के लिए

बहुत दर्द हैं ऐ जान-ए-अदा तेरे इश्क में, कैसे कह दूँ कि तुझे वफ़ा निभानी नहीं आती

शमा जाओ मुझ में तो पता लगे कि दर्द क्या है?

लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है,
Best Sad Message

तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है

जब फुरसत मिले चाँद से मेरे दर्द की कहानी पूछ लेना, सिर्फ एक वो ही है मेरा हमराज तेरे जाने के बाद

बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कहानी ज़ख्म का कोई निशां नही और दर्द की कोई इंतहा नही

प्यार किया बदनाम हो गए चर्चे हमारे सरेआम हो गए जालिम ने दिल उस वक्त तोड़ा जब हम उसके गुलाम हो गए

हर भूल तेरी माफ की हर खता को तेरी भुला दिया गम है कि, मेरे प्यार का तूने बेवफ़ा बनके सिला दिया।

दर्द में हम तो अपने आसूं हंसते हंसते पी लेते हैं जहर जुदाई का सीने में लेकर हंसते हंसते जी लेते हैं।

गुनाह मालूम नही पर सजा लाज़वाब मिली है

हमें नही आता अपने दर्द का दिखावा करना

नही कोई इस जहां में मुझे समझने वाला एक आस थी तुझे वो भी टूट गई

सारे जमाने में बंट गया ‘वक्त उनका’ हमारे हिस्से में सिर्फ बहाने ही आए

प्यार किया नादान थे हम गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है कभी उसकी जान थे हम

रो पड़ा वो फकीर भी मेरे हाथों की लकीरें देखकर बोला तुझे मौत नही किसी की याद मारेगी

ना कोई मंजिल है ना कोई किनारा है ना हम किसी के ना कोई हमारा है