जापानी कंपनी का भारतीय अधिग्रहण: जानिए पूरी कहानी
November 28, 2024 2024-11-28 4:27जापानी कंपनी का भारतीय अधिग्रहण: जानिए पूरी कहानी
जापानी कंपनी का भारतीय अधिग्रहण: जानिए पूरी कहानी
जापानी कंपनी का भारतीय अधिग्रहण: जानिए कैसे जापानी कंपनी के अधिग्रहण ने भारतीय कारोबार जगत को प्रभावित किया।
जापान की टॉप चिप डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी मैकनिका होल्डिंग्स इंक.
अपना कारोबार बढ़ाने के लिए भारत और चीन सहित एशिया के कुछ देशों में अधिग्रहण की तैयारी कर रही है.
मैकनिका इंटेल कॉर्प के अल्टेरा जैसी कंपनियों की तरफ से बनाई गई चिप्स बेचती है.
वह खुद को अपने बड़े प्रतियोगियों के मुकाबले बेहतर स्थिति में लाने के लिए किसी विदेशी
कंपनी का अधिग्रहण करने पर विचार कर रही है.
मैकनिका के अध्यक्ष काजुमासा हारा ने कहा कि डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए कारोबार का साइज महत्वपूर्ण होता जा रहा है.
ऐसे में हमें अमेरिका और चीन के बीच टेक्नोलॉजी के मुकाबले और
इसके चलते एक्सपोर्ट और सप्लाई चेन में होने वाली दिक्कतों से निपटना होगा.
उन्होंने चीन, दक्षिण-पूर्व एशिया, भारत और दक्षिण कोरिया में किसी कंपनी के अधिग्रहण में मैकनिका की रुचि का संकेत दिया.
मजबूती के लिए उठाया कदम
हारा ने एक इंटरव्यू में कहा, “हमें जल्द से जल्द अपना मार्केट शेयर बढ़ाने की जरूरत है.”
उन्होंने आगे कहा कि चीन और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे बढ़ते हुए क्षेत्रों में मैकनिका की मार्केट प्रेजेंस कमजोर बनी हुई है.
इसे मजबूती देने के लिए अधिग्रहण एक विकल्प है और इसके लिए
अरबों डॉलर की कोई डील होने की प्रबल संभावना है.
जापान की सबसे बड़े चिप डिस्ट्रीब्यूटर मैकनिका के पास 20 से ज्यादा कंपटीटर्स से भरे देश जापान में करीब 22
फीसदी का मार्केट शेयर है. अप्रैल में, मैकनिका ने
अपनी एक ऐसे ही कंपटीटर कंपनी ग्लोसेल कंपनी को खरीदा.
इसके अलावा रयोयो इलेक्ट्रो कॉर्प और रयोसन कंपनी का मर्जर भी देखने को मिला है,
लेकिन वह जापान में कोई और अधिग्रहण करने के लिए उत्सुक नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि कंपनी को 2030 में 30 फीसदी या उससे ज्यादा के अपने मार्केट
शेयर लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम होना चाहिए.
सेमीकंडक्टर पर निर्भरता कम
योकोहामा स्थित कंपनी साइबर सिक्योरिटी जैसे अन्य सेक्टर्स में विस्तार करने के लिए अधिग्रहण भी कर सकती है.
इस कंपनी की अक्सर फैक्ट्री ऑटोमेशन प्रोवाइडर कीन्स कॉर्प के साथ तुलना की जाती है.
इसका लक्ष्य सेमीकंडक्टर पर मैकनीका की निर्भरता को कम करना है,
जो इसकी बिक्री का 90 फीसदी हिस्सा है.
कंपनी साइबर सिक्योरिटी के अलावा ऐसे सेक्टर्स की ओर भी देख रही है,
जिनमें सेमीकंडक्टर के मुकाबले में कम कैपिटल की जरूरत हो,
जैसे कि सेल्फ ड्राइविंग कार नेटवर्क और हेल्थ सर्विसेज.
मैकनीका का स्टॉक इस समय फरवरी के टॉप लेवल से लगभग 40 फीसदी नीचे है.
इसकी वजह चीन में इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट चिप्स की मांग में कमी आना है. हारा ने कहा,
“हमेशा अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी की तलाश में रहना जरूरी है,
जैसा कि हमने पहले सेमीकंडक्टर के मामले में किया था.”