Chhath Puja 2025: जानें इस साल के पूजा नियम और अपने व्रत को सही तरीके से कैसे करें पूरा
April 5, 2025 2025-04-05 4:48Chhath Puja 2025: जानें इस साल के पूजा नियम और अपने व्रत को सही तरीके से कैसे करें पूरा
Chhath Puja 2025: जानें इस साल के पूजा नियम और अपने व्रत को सही तरीके से कैसे करें पूरा
Chhath Puja 2025: छठ पूजा एक प्रमुख हिन्दू पर्व है जो मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल में मनाया जाता है। यह पूजा सूर्य देवता और उनकी पत्नी उषा की पूजा के रूप में होती है, जिसमें श्रद्धालु 36 घंटे का उपवास रखते हैं। पूजा में खासतौर पर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय अर्घ्य देने की परंपरा है। महिलाएं गंगा, यमुना या अन्य नदी किनारे जाकर सूर्य को अर्घ्य देती हैं और उनसे सुख, समृद्धि और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं। यह पर्व परिवार और समाज के लिए एकता और समृद्धि का प्रतीक है।

छठ पूजा 2025 05 November से 08 November तक मनाई जाएगी। यह महापर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की
षष्ठी तिथि को मनाया जाता है और सूर्य देव व छठी मैया को समर्पित होता है।
छठ पूजा का महत्त्व
छठ पूजा सूर्य देव की उपासना का पर्व है। यह पूजा विशेष रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में धूमधाम से मनाई जाती है।
इस दिन व्रतधारी नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और प्रातः अर्घ्य की विधि से भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा करते हैं।
छठ पूजा 2025 की चार दिवसीय विधि
नहाय-खाय (05 November 2025)
व्रत रखने वाले व्यक्ति इस दिन शुद्धता का ध्यान रखते हैं।
कद्दू-भात और चने की दाल का सात्त्विक भोजन ग्रहण करते हैं।
खरना (06 November 2025)
दिनभर उपवास रखा जाता है और संध्या समय गुड़ की खीर, रोटी और फलाहार ग्रहण किया जाता है।
इसके बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू होता है।
संध्या अर्घ्य (07 November 2025)
शाम को जलाशय या नदी किनारे सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है।
बांस की टोकरी में ठेकुआ, फल, नारियल, और अन्य प्रसाद रखकर पूजा की जाती है।
प्रातः अर्घ्य और पारण (08 November 2025)
सूर्योदय के समय जल में खड़े होकर अर्घ्य दिया जाता है।
इसके बाद व्रती अन्न-जल ग्रहण कर व्रत का पारण करते हैं।
छठ पूजा के नियम और सावधानियां
करें:
शुद्धता और सफाई का विशेष ध्यान रखें।
व्रत के दौरान मन और शरीर को पवित्र रखें।
पारंपरिक विधियों का पालन करें और दूसरों की सहायता करें।
ना करें:
व्रत के दौरान मांसाहार, लहसुन-प्याज और नशे से दूर रहें।
पूजा सामग्री को अशुद्ध स्थान पर न रखें।
पूजा के दौरान क्रोध और नकारात्मकता से बचें।
छठ पूजा एक दिव्य और पवित्र पर्व है जो आत्मशुद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है।
2025 में यह महापर्व 05 Novermber से 08 November तक मनाया जाएगा।
श्रद्धा और आस्था के साथ इस पर्व को मनाएं और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करें।