ब्रेकअप शायरी: दिल टूटने के बाद की बातें
November 19, 2024 2024-11-19 14:08ब्रेकअप शायरी: दिल टूटने के बाद की बातें
ब्रेकअप शायरी: दिल टूटने के बाद की बातें
ब्रेकअप शायरी ब्रेकअप शायरी के साथ खुद को सशक्त महसूस करें, और पाएं अपने दिल का दुख व्यक्त करने का सबसे बेहतरीन तरीका।
#ब्रेकअप शायरी: दर्द को शब्दों में बदलें
ना मेरे यार अपने थे ना मेरा प्यार अपना था,
काश ये दिल भी मान ले,
ये सब एक सपना था
कुछ ख्वाहिशें कुछ चाहतें अभी बाकी हैं,
टूट कर भी लगता है टूटना अभी बाकी है
दिल तो करता है ख़त्म कर दूं ये दर्द से भरी जिंदगी,
फिर ख्याल आता है, वो नफरत किससे करेंगे,
अगर हम ही न रहे इस जहां में
चेहरे पर हँसी और दिल में गम,
कुछ इस तरह से जी रहे हैं हम
थोड़ा सा दर्द बांटने के लिए आया था कोई,
रुकसत हुआ तो अपना गम भी मुझे दे गया
कुदरत के इन हसीन नजारों का हम क्या करें,
तुम साथ नही तो इन चांद सितारों का क्या करें
अपनी शामों में हिस्सा फिर किसी को ना दिया,
इश्क तेरे बिना भी,
मैंने तुझसे ही किया
मैंने तेरे बाद किसी के साथ
जुड़ कर नही देखा,
मैंने तेरी राह तो देखी,
पर तूने मुड़ कर ही नही देखा
तलब ऐसी कि,
सांसों में समा लूं तुझे,
और किस्मत ऐसी की
देखने को भी मोहताज हूं मैं
आँखें थक गई हैं आसमान को देखते देखते,
पर वो तारा नही टूटता जिसे देखकर तुम्हे मांग लूं
इतना मत तरसा कि तुझे तेरे किए पर अफ़सोस हो,
क्या पता कल तुम मुझसे बात करना चाहो
और मेरा दिल खामोश हो
इक बीज मोहब्बत का बोया था,
इक फसल दर्द की काटी है
ब्रेकअप शायरी: दिल तोड़ने वाले जज्बात
मर जाए तो बढ़ जाती है इंसान की कीमत
जिंदा रहे तो जीने की सजा देती है दुनिया
बेशुमार जख्मों की मिसाल हूं मैं,
फिर भी हंस लेता हूं कमाल हूं मैं
दो पल मुस्कुराकर हुई आँखें नम,
फिर वही गम… फिर वही हम
कुछ ख्वाब तुमने तोड़ दिए,
बाकी मैने देखना छोड़ दिए
खामोश चेहरे पर हजारों पहरे होते हैं,
हँसती आँखों में भी ज़ख्म गहरे होते हैं
कुछ इस कदर दे गया है वो
अपनी यादों की निशानी जिसे याद करके आज भी छलक
जाते हैं आंखों से पानी।
आज एक अरसे के बाद हँसे,
वो भी अपने हाल पर
अब ना कोई शिकवा ना गिला
ना कोई मलाल रहा सितम उनके भी बेमिसाल रहे,
सब्र अपना भी कमाल रहा
जो इंसान आपको रोता हुआ छोड़ दे,
यकीन मानिए वो कभी आपका नही हो सकता
उसको भी हम से मोहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं
इश्क ही इश्क की कीमत हो ज़रूरी तो नहीं
खुदा करे मैं मर जाऊं तुझे खबर ना मिले,
तू ढूंढता रहे मुझे पागलों की तरह
पर तुझे कब्र ना मिले।
वो इश्क नही, कारोबार कर रहे थे,
की जब फुर्सत में थे, तभी प्यार कर रहे थे
भूला तो नही होगा पर अब पहले सी वो बात भी नही है,
थे सबसे खास कभी उनके,
पर अब हम सबके बाद भी नही हैं