Krishna Quotes: श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है जिसमें मनुष्य को जीवन, कर्म, ध्यान, शांति, सत्य, योग और सफलता के बारे में सभी महत्वपूर्ण विषयों को गहराई से जानने को मिलता है। जो ज्ञान किसी भी मनुष्य के जीवन में बहुत उपयोगी सिद्ध होता है।

इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है,
और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है।
इसलिये जीवन की हर स्थिति में धैर्य बनाये रखना।

धर्म केवल रास्ता दिखाता है।
लेकिन मंजिल तक तो
कर्म ही पहुँचाता है।

वह जो सभी इच्छाएं त्याग देता है।
मैं और मेरा की लालसा तथा भावना से मुक्त हो जाता है।
उसे शांति प्राप्त होती है।

श्री कृष्ण ने कहा है, अगर तुम्हें किसी ने दुखी किया है
तो बुरा मत मानना। लोग उसी पेड़ पर पत्थर मारते है,
जिस पेड़ पर ज्यादा मीठे फल होते है।

स्वार्थ से रिश्ते बनाने की कितनी भी कोशिश करें,
वो कभी नही बनते हैं।और प्रेम से बने रिश्तों को कितना
भी तोड़ने की कोशिश करें, वो कभी नही टूटते।

अगर व्यक्ति शिक्षा से पहले संस्कार, व्यापार से पहले व्यवहार
और भगवान से पहले माता पिता को पहचान ले
तो जिंदगी में कभी कोई कठिनाई नही आएगी।

जिस मनुष्य ने जवानी में बहुत पाप किए है
उसे बुढ़ापे में नींद नहीं आती।

श्री कृष्ण कहते है कि मनुष्य को अपने मन को बार बार समझाना
चाहिए कि ईश्वर के सिवा उसका कोई नहीं है।
Krishna quotes in Hindi”कृष्णा के कोट्स जो आपके दिल को छू जाएंगे”

परिवर्तन इस संसार का नियम है,
कल जो किसी और का था,
आज वो तुम्हारा हैं,
एवं कल वो किसी और का होगा।

विषयों का चिंतन करने से विषयों की आसक्ति होती है।
आसक्ति से इच्छा उत्पन्न होती है और इच्छा से क्रोध होता है।
क्रोध से सम्मोहन और अविवेक उत्पन्न होता है।

जो कुछ हुआ, अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है
अच्छे के लिए हो रहा है।
जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा।

मेरे लिए न कोई घृणित है और न ही कोई प्रिये,
न कोई निर्धन है और न ही कोई धनी,
बस जो भक्ति भाव के साथ मुझे याद करते हैं
मैं उनका हूँ और वो मेरे।

आप वही हैं जिसमें आप विश्वास करते हैं,
आप वह बन जाते हैं जो आप मानते हैं
कि आप बन सकते हैं।

अगर तुम अपना कल्याण करना चाहते हो,
तो सभी तरह के उपदेशों, सभी धर्मों को छोड़
कर मेरी शरण में आ जाओ, मैं तुम्हें मुक्ति प्रदान करुंगा।

जिस इंसान के चारों तरफ नकारात्मक लोग रहते हैं,
उस इंसान का मंजिल से भटक जाना तय है।

जिंदगी में सब कुछ ख़त्म होना जैसा कुछ भी नही होता,
हमेशा एक नही शुरूआत हमारा इन्तजार कर रही होती हैं।
Krishna quotes in Hindi”कृष्णा के कोट्स जो आपके दिल को छू जाएंगे”

इंद्रियों के अधीन होने से मनुष्य के जीवन
में विकार और परेशानियां आती है।

सुख-दुख का आना-जाना सर्दी-गर्मी के आने-जाने के जैसा ही है।
इसलिए इन्हें सहन करना सीखना ही उचित है।

निर्बलता अवश्य ईश्वर देता है परंतु मर्यादा
मनुष्य का मन खुद निर्माण करता है।

जीवन में वाणी को संयम में रखना अनिवार्य है
क्योंकि वाणी से दिए हुए घाव कभी भरे नहीं जा सकते।

मैं हमेशा तुम्हारे साथ और तुम्हारे आसपास रहता है
चाहे तुम कुछ भी कर रहे हों।

जो हुआ अच्छा हुआ, जो होगा अच्छा होगा।
स्वयं को मुझ पर छोड़ दो अपने कर्म पर ध्यान दो।
कर्म ऐसा जो स्वार्थरहित पापरहित हो।

जीवन में समय चाहे जैसा भी हो, परिवार के साथ रहो।
सुख हो तो बढ़ जाता है, और दुख हो तो बट जाता है।

मोहग्रस्त होकर अपने कर्तव्य पथ से हट जाना मूर्खता है,
क्योंकि इससे ना तो तुम्हें स्वर्ग की प्राप्ति होगी और
ना ही तुम्हारी कीर्ति बढ़ेगी।

श्रीकृष्ण कहते है कि सत्संग ईश्वर की कृपा से मिलता है।
परंतु कुसंगति में पड़ना मनुष्य के अपने ही हाथों में होता है।

मैंने ही इस सृष्टि की रचना की है मैं ही इसका पालन पोषण करता हूं
और मैं ही इस सृष्टि का विनाश अर्थात अंत करता हूं।

जब-जब संसार में धर्म की हार होगी और अधर्म
की विजय होगी तब तब मैं इस संसार पर अवतार लूंगा।

धर्म कर्म से होता है कर्म के बिना
धर्म की कोई परिभाषा नहीं है।

मौन सबसे अच्छा उत्तर है ऐसे व्यक्ति के लिए,
जो आपके शब्दों को महत्व नही देता।

नर्क जाने के तीन द्वार हैं:
काम, क्रोध और लोभ।