Krishna Janmashtami कब है? जानिए तारीख और समय
July 23, 2024 2024-07-24 5:19Krishna Janmashtami कब है? जानिए तारीख और समय
Krishna Janmashtami कब है? जानिए तारीख और समय
Introduction: Krishna Janmashtami
कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व – साल 2024 में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जाएगा। कृष्ण जन्माष्टमी पूजा का मुहूर्त – रात 12 बजे से 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा, ऐसे में पूजा के लिए आपको 45 मिनट का समय मिलेगा। व्रत का पारण 27 अगस्त को सुबह 11 बजे तक किया जा सकेगा।
पर्व का महत्व
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है।
भगवान श्रीकृष्ण, विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं
और उन्होंने धर्म की स्थापना और अधर्म के नाश के लिए धरती पर अवतार लिया था।
यह त्योहार हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे भक्ति, पूजा, और उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का इतिहास
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग में मथुरा के कारागार में हुआ था।
उनके पिता का नाम वासुदेव और माता का नाम देवकी था।
कंस, जो कि देवकी का भाई था, को यह भविष्यवाणी मिली थी
कि देवकी का आठवां पुत्र उसका वध करेगा।
इस भय से कंस ने देवकी और वासुदेव को कारागार में डाल दिया और उनके सभी संतान को मार दिया।
जब श्रीकृष्ण का जन्म हुआ, तो चमत्कारिक ढंग से वासुदेव उन्हें यमुना नदी पार कर गोकुल में नंद और यशोदा के पास ले गए।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कैसे मनाई जाती है
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन विभिन्न मंदिरों और घरों में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियों का विशेष श्रृंगार और पूजन किया जाता है।
इस दिन को मनाने के कुछ प्रमुख तरीके निम्नलिखित हैं:
मिट्टी के पालने में झूलाना:
भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को मिट्टी के पालने में झुलाया जाता है, जो उनके जन्म का प्रतीक होता है।
जागरण और कीर्तन:
भक्त पूरी रात जागकर भजन-कीर्तन करते हैं और भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाते हैं।
झांकी सजाना:
विभिन्न जगहों पर श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को झांकियों के रूप में सजाया जाता है।
व्रत:
बहुत से भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और रात में श्रीकृष्ण के जन्म के बाद प्रसाद ग्रहण करते हैं।
दही हांडी:
महाराष्ट्र में विशेष रूप से दही हांडी का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोग मानव पिरामिड बनाकर मटकी फोड़ते हैं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का सांस्कृतिक महत्व
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
यह त्योहार हमें भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों और उनके जीवन की लीलाओं से सीखने का अवसर देता है।
गीता के उपदेश, जो भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को महाभारत के युद्ध में दिए थे, हमारे जीवन को सही दिशा देने में सहायक होते हैं।
2024 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कब है
2024 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा।
यह पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
संक्षेप में
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है।
यह पर्व हमारे जीवन में धर्म, भक्ति, और सांस्कृतिक धरोहर के महत्व को उजागर करता है।
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और उनके उपदेशों को स्मरण कर हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।