बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर, रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर, जिस्म में दर्द का बहाना बना के, हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर..!!
तेरी एक हसी पे ये दिल क़ुर्बान कर जाऊ, ऐतराज़ न हो आकर तो तेरा दिल चुरा ले जाऊ, न बहने दूँ कभी इन आँखो से आंसू, तू कहे तो तेरे सारे सितम सह जाऊ..!!