प्रत्येक कार्य अपने समय पर होता है, जैसे पौधों में फूल और फल अपने समय पर आते हैं।”

ग़लती तो हर मनुष्य कर सकता है, किन्तु उस पर दृढ़ केवल मुर्ख ही होते हैं।”

अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं हैं, जितना की सीखने की इच्छा ना रखना

जो गलतियाँ नहीं करता, वह प्राय कुछ नहीं कर पाता