तेरे इश्क में कुछ इस तरह मैं नीलाम हो जाऊं, आखिरी हो तेरी बोली और मै तेरे नाम हो जाऊं
कभी कभी याद इस कदर बढ़ जाती है, जब भी देखता हूं आईने में सूरत आपकी नज़र आती है
तुमसे गले मिलकर जाना एक बात बतानी है, तेरे सीने में जो दिल धड़कता है वो मेरी निशानी है
मेरी निगाहों में एक ख्वाब आवारा है, चांद भी देखो तो चेहरा तुम्हारा है
दिल की धड़कन बनकर दिल में रहोगे तुम, जब तक सांस है साथ रहोगे तुम
सब करते होंगे तेरे इश्क की तारीफ हमे तो तेरी बेरुखी से भी मोहब्बत है