होठों पर हंसी, आंखों में नमी हर सांस कहती है बस तेरी ही कमी
लफ़्ज़ों में कहाँ लिखी जाती हैं ये बेचैनियाँ मोहब्बत की मैंने तो हर बार तुम्हे ❤️दिल की, गहराइयों से पुकारा हैं
तेरी मोहब्बत, तेरी वफ़ा तेरा इरादा सिर्फ तू जाने, मै करता हूँ सिर्फ तुझसे मोहब्बत ये मेरा खुदा जाने