दर्द अविकल्पी होता है, लेकिन उस दर्द के कारण दुखी होना विकल्पी होता है।

बार बार गिरने में कोई बुराई नहीं है , बार बार गिरके उठने का प्रयास ना करना बुरा होता है।

अगर आप इंसान है, तो अपने अन्दर सदैव इंसानियत का गुण रखे, क्यूकि यही एकमात्र ऐसा गुण है जो हमे पशुओ से अलग बनाता है।

जिस समय हम किसी का अपमान कर रहे होते है, उस समय हम अपना सम्मान खो रहे होते है, इसलिए किसी का अपमान करने से बचे।”