चाँद में दिखती है मुझे मेरी जान,
उसकी यादों में है मेरा सारा जहाँ।
करवा चौथ का ये पवित्र त्यौहार,
बांध रहा है हमें मोहब्बत के तार।
सज गई है मेहंदी से तेरी हथेली,
दिल में है तुझसे मिलने की बेचैनी।
चाँद का इंतजार है अब हर पल,
तू है मेरे जीवन की सबसे प्यारी हलचल।
करवा चौथ का चाँद जब निकल आएगा,
तेरा ये व्रत सच्चे प्यार से सज जाएगा।
तू सलामत रहे हर जन्म मेरे साथ,
तेरी खुशियों में ही बसा है मेरा संसार।
करवा चौथ का चाँद जब निकल आएगा,
तेरा ये व्रत सच्चे प्यार से सज जाएगा।
तू सलामत रहे हर जन्म मेरे साथ,
तेरी खुशियों में ही बसा है मेरा संसार।
नज़रें तेरी हर पल मुझे देखती रहें,
करवा चौथ का चाँद हमारी राहें संवारता रहे।
तू ही है मेरे दिल का सच्चा ख्वाब,
तेरे बिना अधूरी है मेरी हर किताब।