क्रोध गुस्सा और नफरत जहर है… इन्हें पीते हम हैं और सोचते हैं मरेगा कोई दूसरा…

लोहे को कोई खराब नहीं कर सकता पर… उसका खुद का जंग उसे खराब कर देता है… इसी तरह इंसान को भी कोई बर्बाद नहीं करता बल्कि… इंसान के खुद के निगेटिव विचार उसे बर्बाद कर देते हैं…

धर्म चाहे जो भी हो अच्छे इंसान बनो… हिसाब हमारे कर्मो का होगा धर्मो का नहीं…

अगर मेहनत करना सीख गये तो जितना भी सीख जाओगे… थकान कभी भी काम के कारण नहीं होती बल्कि… चिंता निराश भय और असंतोष के कारण होती है…

अगर मेहनत करना सीख गये तो जितना भी सीख जाओगे… थकान कभी भी काम के कारण नहीं होती बल्कि… चिंता निराश भय और असंतोष के कारण होती है…