आप अपनी असफलता और सफ़लता पर ध्यान मत दें, अपना लक्ष्य निर्धारित और उसे पूरा करने में लग जाएं।

आपका आज का परिणाम आपके अतीत के किये हुए कर्म है, भविष्य बेहतर बनाना है तो आज के फैसलों को बदल दो।

आप हमेशा खुद से प्रशन करिये कि मैं ऐसा क्यों हूं? सफ़लता आपके कदम चूमेगी।

यदि आप कोई काम कर रहे हैं और आपको उस काम में आनंद नहीं आ रहा तो आप उस काम के लायक नहीं है।