अक्सर हम उन्ही लोगो के हाथ अपना मज़ाक बनवाते हैं
जिन्हे हम कामज़ोर लम्हो में अपनी सारी सच्चाइयाँ सोंप देते हैं
ठीक उसी खाली लिफाफे की तरह होते हैं कुछ रिश्ते
जिनके भीतर तो कुछ नहीं होता पर हम उन्हें संभाल कर रखते हैं
रिश्ते कम बनायें पर उन्हें दिल से निभायें
क्योंकि लोग अक्सर बेहतर की तलाश में बेहतरीन खो देते हैं
किसी की भावनाओ को इतना ठेस न पहुँचाओ कि
कभी उसे तुम्हारा ख्याल भी आये तो उसे तक़लीफ़ हो