Suvichar 50+ in हिंदी
January 5, 2024 2024-08-21 14:10Suvichar 50+ in हिंदी
Suvichar 50+ in हिंदी
Introduction: Suvichar
जो विचार आपको सत्य की ओर ले जाये वह सर्वश्रेष्ठ सुविचार है। मनुष्य जीवन ज्ञान की शिक्षा के लिए है, ज्ञान अर्थात सत्य को जानना ही मनुष्य का परम कर्तव्य है, अतः भौतिक जगत की समस्त कामनाओं का त्याग करके सत्य के पथ पर चलना ही मनुष्य का धर्म है।
मित्रता आनंद को दोगुना और दुख को आधा कर देती है।
सादगी से बढ़कर कोई श्रृंगार नहीं होता और विनम्रता से बढ़कर कोई व्यवहार नहीं होता।
झूठे व्यक्ति की ऊंची आवाज सच्चे व्यक्ति को चुप करवा देती है लेकिन सच्चे व्यक्ति का मौन झूठे व्यक्ति कि नींव तक हिला देता है।
दुआ कभी साथ नही छोड़ती और बद्दुआ कभी पीछा नही छोड़ती। जो दोगे वही लौटकर आएगा। फिर चाहे वह इज़्ज़त हो या धोखा।
रिश्तों को जोड़े रखने के लिए कभी अंधा, कभी गंगा और कभी बहरा भी होना पड़ता है।
समय और भाग्य पर कभी अहंकार मत करो क्योंकि ये दोनों परिवर्तनशील है।
हमारा व्यवहार गणित के शून्य की तरह होना चाहिए जो स्वयं कोई कीमत नहीं रखता लेकिन दूसरों के साथ जुड़ने पर उसकी कीमत बढ़ा देता है।
मुश्किलों से कह दो उलझा ना करे हमसे हमें हर हाल में जीने का हुनर आता है।
दुनिया में हर इंसान अलग है। इसलिए जो जैसा है, उसे वैसा ही स्वीकार करना सीखें!!
Suvichar 50+ in हिंदी
यदि एक बार गोता लगाने से मोती ना मिले तो ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि समुद्र में रत्न नहीं होते।
सुनो अधिक से अधिक, बोलो कम से कम ।
अगर हम गिरते हैं तो अधिक अच्छी तरह चलने का रहस्य सीख जाते हैं।
जीवन में आपको रोकने-टोकने वाला कोई है तो उसका एहसान मानिए, क्योंकि जिन बागों में माली नही होते, वो बाग जल्दी ही उजड़ जाते हैं ।
उम्र में चाहे कोई बड़ा या छोटा हो लेकिन वास्तव में बड़ा तो वही है जिसके दिल में सबके लिए प्रेम, स्नेह और सम्मान की भावना हो।
किसी ने घड़े से पूछा कि तुम इतने ठंडे क्यों हो? घड़े का उत्तर था, जिसका अतीत भी मिट्टी और भविष्य भी मिट्टी तो उसे किस बात पर गर्मी होगी।
अच्छे तो सभी होते हैं मगर पहचान बुरे वक्त में ही होती है।
आजाद रहिए विचारों से लेकिन बंधे रहिए संस्कारों से।
कोशिश कर हल निकलेगा आज नहीं तो कल निकलेगा..!
घड़ी को सिर्फ देखो मत बल्कि वह करो जो घड़ी करती हैं बस चलते रहो..।
Suvichar 50+ in हिंदी
राते भी अच्छी होगी मंजर भी अच्छा होगा आगे बढ़ने की हिम्मत तो कर सब कुछ अच्छा होगा..!
बदला लेने की नहीं बदलाव लाने की सोच रखिए..!
ईश्वर की शरण में निःस्वार्थ भाव से जाएं क्योंकि आपको क्या चाहिए उन्हें पता है।
संस्कारों से बड़ी कोई वसीयत नहीं और ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं।
जिंदगी एक शिक्षक की तरह होती है जो, समय समय पर सबकी परीक्षा लेती है !
महत्व हमेशा खुद को ज्यादा देना क्योंकि अगर दूसरों को दोगे तो अपना आत्म सम्मान ही खो दोगे ।
कोई रूठे अगर तुमसे तो उसे फौरन मना लो। क्योंकि ज़िद की जंग में अक्सर दूरियां जीत जाती हैं।
जो व्यक्ति अपनी सोच बदल सकता है वो दुनिया बदलने की ताकत रखता है।
जिंदगी में असली सफलता हम तभी हासिल करते है,
जब हम दूसरो को सफल होने में मदद करना सीख लेते है!
एक ही बात सीखता हूँ मैं रंगों से निखरना है तो बिखरना जरूरी है।