Srikalahasti: दक्षिण के काशी के नाम से प्रसिद्ध है यह शिव मंदिर, दर्शन मात्र से मुरादें होती हैं पूरी
February 23, 2025 2025-02-23 3:20Srikalahasti: दक्षिण के काशी के नाम से प्रसिद्ध है यह शिव मंदिर, दर्शन मात्र से मुरादें होती हैं पूरी
Srikalahasti: दक्षिण के काशी के नाम से प्रसिद्ध है यह शिव मंदिर, दर्शन मात्र से मुरादें होती हैं पूरी
Srikalahasti: श्रीकालहस्ती, आंध्र प्रदेश में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान शिव के श्रीकालहस्तीश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर राहु-केतु दोष निवारण पूजा के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। स्वर्णमुखी नदी के तट पर स्थित यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के कारण श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। श्रीकालहस्ती को दक्षिण भारत के प्रमुख शिव मंदिरों में गिना जाता है।

Srikalahasti का ऐतिहासिक महत्व
#Srikalahasti आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित एक पवित्र नगर है।
यह स्थान विशेष रूप से शिव भक्तों के लिए प्रसिद्ध है।
यहाँ का श्रीकालहस्ती मंदिर पंचभूत लिंगों में से एक “वायु लिंग” के रूप में जाना जाता है।
इस मंदिर का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है।
श्रीकालहस्ती मंदिर का वास्तुशिल्प
मंदिर की संरचना द्रविड़ स्थापत्य शैली में बनी है।
इसकी नक्काशीदार दीवारें और भव्य गोपुरम इसकी भव्यता को दर्शाते हैं।
यहाँ शिवलिंग स्वयंभू रूप में विद्यमान है
और इसके दर्शन करने मात्र से भक्तों को अद्भुत आध्यात्मिक शांति मिलती है।
राहु-केतु दोष निवारण के लिए प्रसिद्ध
यह मंदिर राहु-केतु दोष निवारण पूजा के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु से संबंधित दोष होते हैं,
वे यहाँ आकर विशेष अनुष्ठान करवाते हैं।
कहा जाता है कि इस पूजा से शुभ फल प्राप्त होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं।
श्रीकालहस्ती का प्राकृतिक सौंदर्य
यह नगर स्वर्णमुखी नदी के तट पर स्थित है, जो इसे और अधिक रमणीय बनाता है।
मंदिर के चारों ओर पहाड़ और हरियाली इसकी सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं।
यहाँ की शांत और आध्यात्मिक ऊर्जा हर भक्त को मंत्रमुग्ध कर देती है।
कैसे पहुँचे श्रीकालहस्ती?
हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा तिरुपति हवाई अड्डा है, जो लगभग 25 किमी दूर है।
रेल मार्ग: श्रीकालहस्ती रेलवे स्टेशन प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग: यह शहर तिरुपति से मात्र 36 किमी दूर स्थित है और वहाँ से बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
श्रीकालहस्ती यात्रा के लिए सर्वश्रेष्ठ समय
श्रीकालहस्ती की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।
इस दौरान मौसम सुहावना होता है और श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
श्रीकालहस्ती न केवल एक धार्मिक स्थल है बल्कि यह आध्यात्मिक जागरूकता और शांति प्राप्त करने का स्थान भी है।
यहाँ आने वाले भक्तों को एक अनोखा आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होता है।
अगर आप शिव भक्त हैं या राहु-केतु दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं,
तो श्रीकालहस्ती की यात्रा आपके लिए अत्यंत लाभदायक होगी।