Shayari Love Sad: जब उनकी याद सताए, तब आपके जज़्बात को जुबां देंगी ये शायरी
March 5, 2025 2025-03-05 16:20Shayari Love Sad: जब उनकी याद सताए, तब आपके जज़्बात को जुबां देंगी ये शायरी
Shayari Love Sad: जब उनकी याद सताए, तब आपके जज़्बात को जुबां देंगी ये शायरी
Shayari Love Sad: लव सैड शायरी दिल के टूटे एहसासों और अधूरे प्यार की गहरी भावनाओं को व्यक्त करती है। जब मोहब्बत में दर्द मिलता है, तो शायरी ही वह जरिया बनती है जो दिल की बात कहने में मदद करती है। यह शायरी बिछड़ने की तकलीफ, अधूरी ख्वाहिशों और यादों की कसक को शब्दों में समेटती है। सच्चे प्यार की तड़प और जुदाई के दर्द को शायरी के जरिए खूबसूरती से महसूस किया जा सकता है।
इश्क़ के आँसू, मोहब्बत की तन्हाई पढ़ें गहरी लव सैड शायरी!

न जाने कैसी, नजर लगी है, इस जमाने की
वजह ही नही मिल रही मुस्कुराने की

मोहब्बत में हम उन्हें हारे हैं,
जो कहते थे बस हम तुम्हारे हैं

हमें अहमियत नहीं दी गई
और हम जान तक, दे रहे थे

पलकों के,, बंध तोड़ के, दामन पे गिर गया,
एक अश्क मेरे ज़ब्त की तौहीन कर गया।

वो अश्क बन के मेरी आखो में रहता हे
अजीब शख्स है पानी के घर मे रहता है

सबसे बड़ी भीख मोहब्बत है
वह भीख मैंने मांगी है।

एक बार मोहब्बत करो
एक पल मारोगे एक पल जिओगे

हमने उन्हें खोया है
जो कभी हमारे थे ही नहीं !

दुनिया में किसी से उम्मीद मत रखना
एक दिन सब, छोड़ कर, चले जाते हैं

यह कैसा इश्क था
तुम्हें पाकर खो दिया

किसी ने सच कहा था
मोहब्बत नहीं यादें रुलाती है

मेरा दर्द सिर्फ मेरा था ,
ये जान कर, मुझे और भी दर्द हुआ

ये दिल तब रो देता हैं,
रोने से दिल के जख्म भर जायेंगे

दिल तो पहले होता था सीने में
अब तो दर्द लिए फिरते है

मौत से तो दुनिया मरती है,
आशिक तो, प्यार से ही मर जाता है।

बे-मौत मर जाते है,
बे-आवाज़ रोने वाले।

दर्द गूंज रहा दिल में शहनाई की तरह,
जिस्म से मौत की ये सगाई तो नहीं।
दिल के जख्मों को शब्दों में पिरोती बेहतरीन लव सैड शायरी!

ज़िन्दगी में कुछ पल बस ऐसे गुजर जाते है
बस रहे जाती हैं तो उनकी यादें।

मुस्काती आँखो मे अक्सर
देखे हम ने रोते ख्वाब।

बह जाती काश यादें भी,, आँसुओ के साथ
एक दिन हम भी रो लेते तसल्ली से बैठकर।

मेर शहर मे बारिश हो जाती हे
कभी बादलो से कभी आखो से।

मुस्कुराने की आरजू मे छुपाया जो दर्द को
अश्क हमारी आखो मे पत्थर के हो गए

आसू तेरी यादो की कैद में है
तेरी याद आने से, इन्हें जमानत मिल, जाती है

चुपके-चुपके रात आसू बहाना याद है
हम अब तक आशिक़ी का वो जमाना याद है

अपने ही हाथों से जला दिया अपना घर,
कहना उससे, और एक काम, तेरा कर दिया।