Shayari for mohabbat मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का. उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले. मिर्ज़ा ग़ालिब. टैग्ज़ : इश्क़. और 3 अन्य. फ़ेमस शायरी · लव · वैलेंटाइन डे. अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए.
मोहब्बत पर चित्र/छाया शायरी!
#इश्क़ और प्यार की शायरी: रोमांस का नया अंदाज़

कोई नहीं जो तेरी कमी पूरी कर सके,
कोई नहीं जिसे मै चाह सकू तेरी तरह

आँखें बंद करके भी जो एक चेहरा,
दिखाई दे, वो चेहरा हो तुम

रख लो मुझे कहीं तुम अपनी बाहों में छुपा कर,
नहीं लगता मेरा दिल अब एक पल भी कही तुमसे दूर जाकर

तुम्हे जीतनी दफा देखूं कम लगता है,
दिल बार बार बस तुमको देखता रहता है

चूप रहा हूँ इश्क अभी सबसे,
पर एक दिन सरे आम तुम्हे लेने आउंगा

तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है के,
दिल करता है दिनभर तुम्हे तंग करते रहे

ख़ुशी दे या गम दे मगर देते रहा कर,
तू उम्मीद है मेरी तेरी हर चीज़ अच्छी लगती है

प्यार भी कितना अजीब होता है,
वो चाहे कितनी भी तकलीफ दे पर
सुकून भी उसी के पास मिलता है

तेरी यादो में सुकून है तेरी बातों में सुकून है,
इश्क किया तुमसे जो जाना की इश्क में कितना सुकून है
Shayari for mohabbat

मुझे तेरा साथ जिंदगी भर नहीं चाहिए,
बल्कि जब तक तू साथ है, तब तक जिंदगी चाहिए

कागज़ पर तो अदालत चलती है
हमने तो तेरी आँखों के फैसले मंजूर किए है

दिल है अब सहमा हुआ ख्याल गम से चूर है,
चेहरा है उतरा हुआ और आँखे भी बेनूर है
इश्क़ और प्यार की शायरी: दिल छू लेने वाली लाइनें

पता नहीं क्या कर दिया है तुम्हारी मोहब्बत ने जो,
दिन-रात सिर्फ और सिर्फ तेरा ही चेहरा नजर आता है

बिन शब्दों के ही हो जाती है हर बात,
हसीन होती है आँखों-आँखों वाली मुलाक़ात

इतना भी याद न आया करो की रात भर सो ना सके,
वरना सुबह लाल आँखों की वजह पूछती है दुनिया

जवाब लेने चले थे सवाल ही भूल गए,
अजब है ये इश्क भी अपना हाल ही भूल गए

अंदाजा नहीं था, इतनी गहरी चाहत होगी तुम्हारी,
ज़रा सा क्या उतरे तुम्हारे दिल में डूबते चले जा रहे है

काश ऐसी भी कोई खुबसूरत रात हो,
एक चाँद आसमान में और एक मेरे साथ हो

ना जाने किस तरह का वाइरस है तेरी बातो में
तेरे बारे में सोचते ही दिल हेंग हो जाता है

ना वक्त की परवाह ना किसी का डर,
खो बैठते है होश अपने जब होते है तेरी बाहों मै

मोहब्बत कुछ अलग सी है मेरी तुमसे,
तुम खयालो में ही नहीं दुआओं में भी रहते हो

खुद को इतना भी रोकूँ मोहब्बत बढती जाती है,
सच कहूँ जान, तुमसे लड़ने के बाद तुम्हारी और ही याद आती है

अनजान बनकर मिले थे हम पर
आज देखो एक दुसरे की जान बन गए!

अच्छा सुनो तुम सिर्फ मेरे हो,
अब चाहे इसे इश्क समझो या कब्जा!

कोई गलती हो जाए तो डांट लिया करो,
पर बस नाराज मत हुआ करो