SBI Card Fees 2025 जानिए SBI Card Fees 2025 में हुए नए शुल्क संरचना और महत्वपूर्ण बदलाव, जो आपके क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल को प्रभावित करेंगे। इस अपडेट से पहले इन नई फीस और चार्जेज की पूरी जानकारी जरूर लें ताकि आप अप्रत्याशित खर्चों से बच सकें।
SBI Card Fees 2025 नए शुल्क संरचना के पीछे का कारण
#SBI Card Fees 2025 के नए शुल्क संरचना के पीछे का कारण मुख्य रूप से बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम की स्थिरता बनाए रखना है। 1 नवंबर 2025 से लागू होने वाले बदलावों के अंतर्गत एजुकेशन से जुड़ी पेमेंट्स और डिजिटल वॉलेट लोडिंग जैसे कुछ ट्रांजैक्शन पर 1% अतिरिक्त फीस लगाई जाएगी। यह कदम उन लेनदेन को ध्यान में रखकर उठाया गया है जो अक्सर नियमित रूप से होते हैं,
SBI Card Fees 2025 परिचय और बदलाव का सारांश

इस पोस्ट में 1 नवंबर 2025 से लागू होने वाले नए शुल्क संरचना का अवलोकन होगा। एजुकेशन पेमेंट्स और वॉलेट लोड पर नए 1% चार्ज समेत मुख्य बदलावों का परिचय दिया जाएगा और क्यों यह बदलाव जरूरी थे, इस पर चर्चा होगी।
एजुकेशन पेमेंट पर नया 1% शुल्क
इस पोस्ट में बताया जाएगा कि अब थर्ड-पार्टी ऐप्स जैसे CRED, Cheq, MobiKwik के जरिए स्कूल या कॉलेज की फीस भरने पर 1% अतिरिक्त शुल्क लगेगा। साथ ही, सीधे शैक्षणिक संस्थान की वेबसाइट या POS मशीन से पेमेंट करने पर कोई चार्ज नहीं होगा।
वॉलेट लोड्स और डिजिटल पेमेंट्स पर फी बदलाव
वॉलेट जैसे Paytm, PhonePe, Amazon Pay आदि में ₹1,000 से अधिक लोड करने पर 1% चार्ज का विवरण, यह बदलाव किन Merchant Category Codes (MCC) पर लागू होगा और इसका उपयोगकर्ताओं पर प्रभाव के बारे में जानकारी।
नकद भुगतान, चेक और कार्ड रिप्लेसमेंट फीस
नकद भुगतान पर ₹250, चेक पेमेंट पर ₹200 फीस, कार्ड रिप्लेसमेंट फीस के नए स्लैब,
और विदेशी आपातकालीन कार्ड रिप्लेसमेंट की जानकारी।
लेट पेमेंट फीस और डिशोनर फीस में बदलाव
नए लेट पेमेंट शुल्क नियम और भुगतान चूकने (डिशोनर) पर लगने वाली फीस,
उसके स्लैब और भुगतान इतिहास पर इसके प्रभाव का विस्तृत विवरण।
इन नए शुल्कों के पीछे कारण और बैंक की रणनीति
इस पोस्ट में यह बताया जाएगा कि बैंक ने ये बदलाव क्यों किए,
जैसे धोखाधड़ी रोकना, सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाना, और डिजिटल ट्रांजैक्शन को सुरक्षित बनाना।
SBI Card धारकों के लिए सुझाव और बचाव के तरीके
अंतिम पोस्ट में उपयोगकर्ताओं के लिए जरूरी सुझाव होंगे कि
कैसे समय पर भुगतान करें, कौन से ट्रांजैक्शन से बचना चाहिए,
और कैसे अप्रत्याशित खर्चों से बचा जाए ताकि क्रेडिट रेटिंग सुरक्षित रहे।









