Sawariya Seth Mandir: राजस्थान का प्रसिद्ध सांवरिया सेठ मंदिर की यात्रा और आसपास घूमने की जगहें
February 21, 2025 2025-02-21 5:30Sawariya Seth Mandir: राजस्थान का प्रसिद्ध सांवरिया सेठ मंदिर की यात्रा और आसपास घूमने की जगहें
Sawariya Seth Mandir: राजस्थान का प्रसिद्ध सांवरिया सेठ मंदिर की यात्रा और आसपास घूमने की जगहें
Sawariya Seth Mandir: सांवरिया सेठ मंदिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित एक प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के सांवरिया स्वरूप को समर्पित है और श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहाँ दूर-दूर से भक्त मनोकामनाएँ पूर्ण होने की आशा में दर्शन करने आते हैं। मंदिर की भव्यता और आध्यात्मिक माहौल श्रद्धालुओं को अद्भुत शांति प्रदान करता है।

सांवड़िया सेठ मंदिर: चमत्कारी धाम और आस्था का प्रतीक
सांवड़िया सेठ मंदिर का महत्व
#सांवड़िया सेठ मंदिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल है।
यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप सांवड़िया सेठ को समर्पित है।
भक्तों का मानना है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।
मंदिर की पौराणिक कथा
कहा जाता है कि यह मंदिर प्राचीन काल में खुदाई के दौरान प्रकट हुआ था।
स्थानीय किसानों को एक मूर्ति प्राप्त हुई,
जिसे उन्होंने मंदिर में स्थापित किया।
तब से यह स्थान भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र बन गया।
मंदिर की वास्तुकला और आकर्षण
मंदिर की भव्यता और सुंदर नक्काशी इसे देखने योग्य बनाती है।
मुख्य गर्भगृह में भगवान सांवड़िया सेठ की मनमोहक मूर्ति विराजमान है।
यहाँ हर रोज़ भव्य आरती और दर्शन होते हैं, जिससे भक्तों को अद्भुत शांति और आस्था का अनुभव होता है।
सांवड़िया सेठ के प्रसिद्ध चमत्कार
कहा जाता है कि इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
व्यापारी और व्यवसायी विशेष रूप से सांवड़िया सेठ की पूजा करते हैं,
क्योंकि वे उन्हें व्यापार का देवता मानते हैं।
कैसे पहुंचे सांवड़िया सेठ मंदिर
सड़क मार्ग
चित्तौड़गढ़ से लगभग 40 किमी दूर यह मंदिर आसानी से सड़क मार्ग से पहुँचा जा सकता है।
रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ है, जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
हवाई मार्ग
उदयपुर हवाई अड्डा यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा है, जो लगभग 100 किमी दूर स्थित है।
सांवड़िया सेठ मंदिर में प्रमुख उत्सव
जन्माष्टमी: भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर भव्य आयोजन होता है।
अन्नकूट महोत्सव: दीपावली के अगले दिन विशेष भोग अर्पण किया जाता है।
गुरु पूर्णिमा: संतों और भक्तों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
मंदिर में भक्तों की मान्यता और दान
भक्त मंदिर में नारियल, प्रसाद, वस्त्र, और दान अर्पित करते हैं।
यहाँ कई भक्त अपनी पहली कमाई का हिस्सा सांवड़िया सेठ को समर्पित करते हैं।
निष्कर्ष
सांवड़िया सेठ मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है।
यहाँ जाने मात्र से मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
अगर आप भी भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो एक बार सांवड़िया सेठ मंदिर अवश्य जाएँ।