Sad Shayari: दिल के दर्द को बयां करने वाली गहरी शायरी
January 2, 2025 2025-01-02 6:01Sad Shayari: दिल के दर्द को बयां करने वाली गहरी शायरी
Sad Shayari: दिल के दर्द को बयां करने वाली गहरी शायरी
Sad Shayari के साथ अपने दिल के गहरे जज़्बातों को महसूस करें। टूटे दिल की आवाज़ और दर्द की सच्चाई को शायरी के माध्यम से उजागर करें।
#Sad Shayari: अकेलेपन और दर्द की गहराई को छूती शायरी

दिल की गलियों में कुछ खामोशी सी छाई है,
एक टूटे हुए ख्वाब की आवाज़ आई है।

तुझे खोकर भी तुझे महसूस करता हूँ,
तेरे बिना जीने का दर्द सहता हूँ।

कुछ लोग जिनसे हम बहुत प्यार करते हैं,
वो अचानक हमें छोड़कर चले जाते हैं।

कभी किसी से बहुत प्यार किया था मैंने,
अब सिर्फ उसका ख्याल ही रह गया है मेरे पास।

हमेशा खामोश रहते हैं दिल के जख्म,
बात तो बहुत कुछ कहने को होते हैं।

तू भूल गया है मुझे, ये तुझे बताना नहीं था,
मुझे लगता था कि तू सच्चा था, पर ये तो सच नहीं था।

आँसू हमेशा दिल में ही रहते हैं,
बाहर तो सिर्फ मुस्कान दिखाते हैं।

दिल तोड़ा था तुमने, और फिर हम खुद से ही टूट गए,
किसी और को अपना समझने की हिम्मत नहीं हुई।

जब तक तुम थे पास, दुनिया सुंदर थी,
अब तुम्हारे बिना हर बात अधूरी सी लगती है।

तेरे जाने के बाद ये दुनिया बिल्कुल सूनामी सी हो गई है,
जहां भी जाऊं, अकेलापन ही मेरी साथी हो गई है।

हमने तो अपनी खुशियाँ तुम्हारे हाथों में दी थी,
अब तुम ही हो, जिन्होंने वो खुशियाँ हमसे छीन ली।

तुझसे बिछड़कर खुद को खो बैठा हूँ,
हर जगह तुझे ही ढूंढ़ता हूँ।

जब से तुम दूर हो, खुद से भी दूर हो गया हूँ,
हर दिन एक दर्द के साथ जी रहा हूँ।

सपने वो अच्छे नहीं होते, जो टूट जाएं,
दर्द वो अच्छे नहीं होते, जो तुम दे जाओ।

जिंदगी से बहुत उम्मीदें थीं,
मगर तुमसे मिली तो उम्मीदें टूट गईं।
Sad Shayari: दर्द भरी शायरी का संग्रह

तेरे बिना जीना तो मुश्किल है,
मगर तेरे साथ जीने की कोई उम्मीद नहीं।

साथ चलने का वादा था तेरा,
मगर तुम तो दूर चले गए।

क्या करूं, जीने का मन नहीं करता,
हर सुबह तेरे बिना चुप-चुप सर्द है।

खुश रहने का क्या फायदा, जब कोई अपना ही न हो,
दर्द की क्या बात करें, जब कोई समझने वाला न हो।

चाहते हुए भी तुमसे दूर हो गए,
अब दिल में सिर्फ यादें ही रह गई हैं।

इंतजार करते-करते थक गया हूँ,
अब सिर्फ अकेले ही जीने की आदत डाल चुका हूँ।

मुझे अपना कहने वाले अब दूर हो गए,
और जिनसे उम्मीदें थीं, वो और दूर हो गए।

कुछ बातें ऐसी होती हैं, जिन्हें बयां नहीं कर सकते,
दिल में जो चलता है, वो कह नहीं सकते।

हमसे दूर जाके, तुम खुश रहोगे,
यही सोचकर अब हम तन्हाई में जी रहे हैं।

आशा की कोई किरण नहीं बची,
अब तो बस अंधेरे में डूबे हैं हम।

तेरी यादों से बाहर निकलना चाहते हैं,
पर तुझसे बिछड़कर जीना नहीं चाहते हैं।

दिल में बसी है एक याद तुम्हारी,
अब तुझे भूलने का साहस नहीं आता।

कुछ तो कमी रह गई है तुझसे,
और ये कमी मुझे पूरी जिंदगी खलती है।

खुश रहने की कोशिशें अब बेकार हो गईं,
दिल के कोने में हमेशा तन्हाई हो गई।

तुमसे मिलने की अब कोई उम्मीद नहीं,
यही सोचकर अब खुद से ही डरने लगा हूँ।