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Old Hindi Movies List 2000 to 2010 दस सालों की यादगार हिंदी फिल्में 2000-2010 की क्लासिक्स

On: October 12, 2025 6:34 AM
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Old Hindi Movies List 2000 to 2010

Old Hindi Movies List 2000 to 2010 दशक की दस सालों की यादगार हिंदी फिल्में जिनमें बॉलीवुड के बेहतरीन क्लासिक्स शामिल हैं। जानिए उन फिल्मों के नाम जो इस दशक को खास बनाती हैं।

Old Hindi Movies List 2000 to 2010 दस सालों की यादगार हिंदी फिल्में 2000-2010 की क्लासिक्स

2000 से 2010 के दशक में बॉलीवुड ने कई यादगार और क्लासिक हिंदी फिल्में दीं, जिनमें दमदार अभिनय, नई कहानियां और संगीत ने दर्शकों का दिल जीत लिया। यहाँ उस दशक की कुछ सबसे चर्चित और पसंद की जाने वाली हिंदी फिल्मों की लिस्ट और उनके बारे में प्रमुख बातें दी गई हैं।

दशक की बड़ी हिट फिल्में

Old Hindi Movies List 2000 to 2010
#Old Hindi Movies List 2000 to 2010

इस दशक ने बॉलीवुड को कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं जैसे ‘गदर- एक प्रेम कथा’, ‘3 इडियट्स’, ‘कहो ना प्यार है’ और ‘कभी खुशी कभी ग़म’। इन फिल्मों ने बॉलीवुड में नई ज़िंदगी भर दी और दर्शकों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी। बॉक्स ऑफिस पर भी इन फिल्मों ने रिकॉर्ड तोड़े।

नई कहानी और विषयों की खोज

2000 के दशक में हिंदी सिनेमा ने सामाजिक और युवाओं से जुड़ी नई कहानियां प्रस्तुत कीं। ‘लगान’, ‘दिल चाहता है’, और ‘स्वदेश’ जैसी फिल्मों ने देशभक्ति, दोस्ती और सामाजिक बदलाव की अहमियत को बखूबी दिखाया।

कॉमेडी और हल्के-फुल्के विषयों की लोकप्रियता

इस दौर की फिल्मों में कॉमेडी की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही। ‘मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस’, ‘खोसला का घोसला’, और ‘भेजा फ्राई’ जैसी फिल्में दर्शकों को कितना हंसाती और सोचने पर मजबूर करती हैं, इसका प्रमाण हैं।

रोमांटिक ड्रामे और प्रेम कथाएं

‘कहो ना प्यार है’, ‘मोहब्बतें’, और ‘जब वी मेट’ जैसी रोमांटिक फिल्मों ने प्रेम कहानियों को नए तरीके से पेश किया।

इन फिल्मों ने कलाकारों के शानदार अभिनय और म्यूजिक के जरिए दर्शकों का दिल जीता।

अभिनय के मास्टर्स और उनकी यादगार भूमिकाएं

शाहरुख खान, आमिर खान, ऋतिक रोशन, और अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज कलाकारों ने

इस दशक में कई यादगार भूमिका निभाईं। उनकी परफॉर्मेंस ने फिल्मों को न केवल हिट बनाया

बल्कि भारतीय सिनेमा की कला को ऊंचा किया।

निर्देशन की नई दिशाएं

अशुतोष गोवारीकर, फरहान अख्तर, राजकुमार हिरानी जैसे निर्देशकों ने

इस दशक में नई कहानियों के साथ हिंदी सिनेमा को एक नया रूप दिया।

उनकी फिल्मों में सामाजिक संदेश और मनोरंजन का बेहतरीन मिश्रण था।

संगीत का जादू

2000-2010 के दशक के संगीत ने फिल्मों का रोमांस और ड्रामा दोनों को बेहद खूबसूरती से सजाया। ‘

कल हो ना हो’, ‘रंग दे बसंती’, ‘राजा हि राजा’

जैसी फिल्मों के गाने आज भी लोगों के जुबान पर हैं।




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