मेहंदी की शायरी भावनाओं को सुंदरता से बयां करती है। यहाँ कुछ मेहंदी पर आधारित शायरी प्रस्तुत है:
July 12, 2024 2024-07-12 4:56मेहंदी की शायरी भावनाओं को सुंदरता से बयां करती है। यहाँ कुछ मेहंदी पर आधारित शायरी प्रस्तुत है:
मेहंदी की शायरी भावनाओं को सुंदरता से बयां करती है। यहाँ कुछ मेहंदी पर आधारित शायरी प्रस्तुत है:
Introducation : मेहंदी की शायरी
मेहंदी के रंग में डूबे हाथ और दिल में बसी यादें, दोनों ही बेहद खास होते हैं। यहाँ कुछ
और शायरी हैं जो मेहंदी की इस खूबसूरती को और भी बखूबी से बयान करती हैं:
नशा चढ़ गया है उसकी चाहत का दिलों जान पर,
मेहंदी का प्यारा लाल रंग सज रहा है मेरे हाथों पर।
मेहंदी लगाए बैठे हे तुम्हारे नाम की,
चले भी जाओ हम खुद को सजाये बैठे हे।
मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो,
मुट्ठी में उन की दे दे कोई दिल निकाल के।
मेहंदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरा इश्क चढ़ा था मेरी सांसों में।
माना कि सब कुछ पा लुँगा मैं अपनी जिन्दगी में,
मगर वो तेरे मेहँदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे।
किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई है,
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है।
चुरा के ले गई है दिल आशिक का,
वो तो आज कमाल लग रही है।
उनके हाथों पे मेहंदी का हमको ये फायदा हुआ,
की रातभर उनके चेहरे से जुल्फे हम हटाते रहे !
मैं तेरे हाथों पर रच जाऊँगा मेहँदी की तरह,
तू मेरा नाम कभी हाथों पर सजा कर तो देख !
तेरे हाथों के मेहंदी का रंग गहरा लाल है,
क्योंकि मेरे इश्क का चाहत बेमिसाल है !
वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा,
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में !
मेहँदी वाले हाथ वो तेरे पायल वाले पांव,
याद बहुत आते हैं मुझको तू और अपना गाँव !
तेरे मेहंदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है,
जरा से लफ्ज में कितना पैगाम लिखा है !
मेहँदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है !
मेहंदी से सजे तेरे हाथों को चूम लेता हूँ
तो एक अलग ही दुनियाँ में खो जाता हूँ मैं !
किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई हैं,
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों पर रचाई हैं !
चुरा के दिल मेरा मुठ्ठी में छिपाए बैठे है,
और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है !
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं !
पीपल के पत्तों जैसा मत बनो,
जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है,
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो !
मेहंदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरा इश्क चढ़ा है मेरी सांसों में !
वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा,
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में !
शादी में लगी मेहँदी का रंग कभी नहीं छूटता है,
ऐसे मौके पर ना जाने कितने आशिकों का दिल टूटता है !
मेहंदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है !
तुम्हारे हाथों में सजी है मेहंदी ये मेरे नाम की,
उम्र भर साथ चलेंगे हम कसम है अपने प्यार की !
हाथों की मेहंदी अपना रंग छोड़ जाती है,
दिल में किसी अजीज की एक याद उमड़ आती है !
मेहंदी की महक से हुआ ये प्यार का नशा है,
हाथों को तुम्हारे चूमता मेरे दिल का तराना है !
तूने जो मेहंदी वाले हाथों में मेरा नाम लिखा हैं,
तुमकहो या ना कहों तुम्हारे दिल का प्यार मुझे दिखा है !
वो मुस्कुरा रही थी हाथो में मेहँदी लगाकर,
मेरे अरमानो को दफन कर वो,
नया घर बसा रही थी !
लड़की के हाथों पर जब मेहँदी रचाई जाती है,
तो बहुत सारे रिश्तों की अहमियत बताई जाती है !
तेरे मेहँदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है
जरा से लफ्ज में कितना पैगाम लिखा है