Love Quotes to Him: प्यार कुदरत का दिया हुआ एक अनमोल तोहफा है। अपनी जिंदगी में हर कोई किसी न किसी से कभी न कभी प्यार जरूर किया होगा।एक सच्ची मोहब्बत की कोई उम्र नहीं होती है। मोहब्बत एक ऐसी चीज है जिसे बयां करने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि ये निगाहों से खुद-ब-खुद बयां हो जाती है। ऐसे में जब किसी को प्यार होता है, तो वो अपनी शब्दों को खूबसूरत लफ्जों में लिखकर मैसेज करता है।अगर आप भी अपनी मोहब्बत का इजहार खूबसूरत अल्फाजों के माध्यम से करना चाहते हैं, तो फिर हम आपके लिए कुछ चुनिंदा शायरी लेकर आए हैं।
#इश्क़ का इज़हार शायरी दिल छूने वाली बेहतरीन लाइनें

अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है
सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है।

अगर मेरे नाम से कभी दिल धड़क उठे तुम्हारा
तो समझ लेना इश्क सच्चा था हमारा

खींच लेती है हर बार मुझे तेरी सच्ची मोहब्बत
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखिरी बार तुझसे

चाहत में किसी को भी चाहा जा सकता है
लेकिन सच्ची मोहब्बत सिर्फ एक से ही होती है

मेरी जान मेरी वफ़ा हो तुम, उस कुदरत का
दिया हुआ एक नायब तोहफा हो तुम

सुनो! लड़ झगड़ कर ही सही,
पर तुमसे उलझे रहना भी इश्क है

एक चेहरा है जो आँखों में बसा रहता है,
एक तसव्वुर है जो तन्हा नहीं होने देता

मै दिल हूँ और इस दिल का पता आपकी आँखे है,
अब मेरी मंजिल का पता आपकी आँखे है!

एक तेरा ही ख़याल है हमारे पास वरना,
अकेले में कौन मुस्कुराता है

तुम्हारे लफ़्ज़ों से जज़्बात समझ ले,
हम वो हैं जो चहरे से दिल का हाल समझ ले

नहीं भाता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,
तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है

आप जब सामने से गुजर जाते हैं अरमान दिल के उभर जाते है,
देख कर आपकी प्यारी सूरत सहमे हुए फूल भी निखार जाते हैं

तू मेरे साथ होगा तो क्या कहेगा जमाना,
मेरी यही एक तमन्ना और तेरा यही एक बहाना

तेरी यादों के सहारे ही कटता है मेरा दिन,
वरना मुझे नहीं आता कैसे रहा जाता है तुम बिन
इश्क़ का इज़हार शायरी: अपने प्यार को बताने का तरीका

वो मेरी चाहत तो बन गए है,
ना जाने हमसफर कब बनेंगे

इंतजार है बस तुझे पाने की और कोई हसरत नहीं तेरे दीवाने की,
शिकवा मुझे तुझे नहीं खुदा से है किया ज़रूरत थी तुझे इतना ख़ूबसूरत बनाने की

होठो पर नाम है तेरा, दिल में याद है तेरी,
जमाने से हमें क्या लेना, जब तुझ मे बसी है जान मेरी

ख्वाहिश इतनी है की कुछ ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो, बस तू मेरे करीब हो

उसकी आँखे इतनी गहरी थी की तैरना तो आता था,
मगर डूब जाना अच्छा लगा

मेरी जान मेरी वफ़ा हो तुम,
उस कुदरत का दिया हुआ,
एक नायाब तोहफा हो तुम

कभी तुम्हारी याद आती है तो कभी तुम्हारे ख़्वाब आते है,
मुझे सताने के तुम्हे तरीके तो बेहिसाब आते है

शौक तो नहीं था तब मोहब्बत का हमें,
पर नजर तुम से मिली तो हम भी शौकीन हो गए

दूरियों से ही एहसास होता है की,
नजदिकिया कितनी ख़ास होती है

बेहद ख्याल रखा करो तुम अपना मेरी,
आम सी जिंदगी में बहुत ख़ास हो तुम!

ना करूँ तुझको याद तो खुद की सांसों में उलझ जाता हूँ मै,
समझ नहीं आता की जिंदगी सांसों से है या तेरी यादों से