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Hindu Dharm per Shayari in Hindi

Hindu Dharm per Shayari in Hindi
धर्मं

Hindu Dharm per Shayari in Hindi

यह सनातन हिंदू धर्म संस्कृति शायरी स्टेट्स कोट्स सभी को पसंद आते है। आप भी इस लेख तक आए है तो मुझे पता है की आप सनातन हिंदू धर्म की कट्टर शायरियां पढ़ने ही यहां पर आए है। 

हिंदुस्तान में रहना होगा
जय सियाराम कहना होगा।

माथे पर तिलक हिन्दू धर्म की शान है
माथे पर तिलक हिन्दू धर्म की पहचाना है
घर वालो को गुरूर है
उनका हिन्दू बेटा प्यार मोहब्बत से दूर है।

अपराधियों में सन्नाटा छा गया
जब उन्होंने सुना सनातन राज
वापस आ गया

कुत्तों की बढ़ी तादाद से शेर मरा नही करते
सनातन हिंदू किसी के बाप से डरा नही करते

एक ही नारा एक ही नाम
हिंदुस्तान में जय श्रीराम जय श्रीराम।

हम हिंदू हैं तान के सीना चलते हैं
यह हिंदुस्तान है हिंदू शेर ही यहां पलते हैं।

कुछ लोगो की सोच ही #rong है
हिन्दू हमेशा से स्ट्रांग है🚩🚩🚩

Hindu Dharm per Shayari in Hindi

सोए हर शख्स को,जगा रहा हूं
हिन्दू धर्म की श्रेष्ठता सब को बता रहा हूं।

नाम मिटाने की औकात
नही ओर चले है हिंदुओं को मिटाने

घर वालो को गुरूर है
उनका हिन्दू बेटा बहुत मसूर है।

भूल मत प्रतेक हिन्दू शेर है
कुछ और नही बस हिंदुओं के
दहाड़ने की देर है।

अपराधियों में सन्नाटा छा गया
जब उन्होंने सुना हिन्दू राज
वापस आ गया

हम भी नजर शेर जैसी रखते है
क्योंकि हिंदू धर्म के शेर हैं हम।

इस हिन्दू को भूल जाओ मगर
इस हिन्दू की एक बात याद रखना
दोस्ती और दुआ में अपनी
नियत साफ रखना।

सामने कुछ और पीठ
पीछे कुछ और कहते
है हम हिंदुओं के आस पास कुछ
ऐसे कुत्ते रहते है।

Hindu Dharm per Shayari in Hindi

लोगो को तो इस बात की खाज है
हिंदुओं के देश में तो
हिंदुओं का ही राज है

कैरेक्टर पे उंगली मत
उठाइओ वरना दुनिया
से उठा देगा यह हिन्दू

1 , 2 , 3 ,4 हिंदुओं से
जलोगे कितनी बार

मंदिर की चोटी पे मोर
कला करे हिंदुओं से जलने वालो
भगवान तुम्हारा भी भला करे

कुछ लोग हम से जलते हैं क्योंकि
हम भगवा पहन के घर से निकलते है।

कुत्तों की बढ़ी तादाद से शेर मरा नही करते
सनातन हिंदू किसी के बाप से डरा नही करते

हम हिंदू हैं तान के सीना चलते हैं
यहां हिंदुस्तान में सनातन धर्म के शेर ही यहां पलते हैं।

भूल मत प्रतेक हिन्दू शेर है
कुछ और नही बस सनातनियो के
दहाड़ने की देर है।

बुरा तो मैं तुम्हे लगूंगा ही
क्योंकि सच्चा सनातनी हिंदू जो हूं।

सामने कुछ और पीठ
पीछे कुछ और कहते
है हम सनातन संस्कृति के आस पास कुछ
ऐसे कुत्ते रहते है।

सनातन भी वो है जनाब जिसे कभी
कोई नही मिटा सकता

मंदिर की चोटी पे मोर
कला करे सनातन से जलने वालो
भगवान तुम्हारा भी भला करे

बराबरी सबके साथ करो, पर सनातन के साथ नही
क्योंकि सनातन का ना तो उदय है ना ही अंत है।

जलना जलाना ये सब फ़िज़ूल है।
सब का साथ सबका विकास यह सनातन संस्कृति का उसूल है

हम भी नजर शेर जैसी रखते है
क्योंकि सनातन के शेर हैं हम।

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