Grishneshwar Mandir: भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल गृहेश्वर मंदिर की अद्भुत महिमा!
March 28, 2025 2025-03-28 14:57Grishneshwar Mandir: भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल गृहेश्वर मंदिर की अद्भुत महिमा!
Grishneshwar Mandir: भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल गृहेश्वर मंदिर की अद्भुत महिमा!
Grishneshwar Mandir: गृहिणेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और शिव भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र स्थान माना जाता है। मंदिर की वास्तुकला बेहद खूबसूरत और शिल्पकारी से सजी हुई है। यहाँ श्रद्धालु बड़ी आस्था के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।

परिचय
Grishneshwar Mandir भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है।
इस मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है।
हर साल हजारों भक्त यहाँ भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं।
गृहणेश्वर मंदिर का इतिहास
यह मंदिर 18वीं शताब्दी में अहिल्याबाई होल्कर द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था।
इसे हिंदू शास्त्रीय स्थापत्य शैली में बनाया गया है।
प्राचीन समय में यह मंदिर कई बार नष्ट हुआ, लेकिन हर बार इसे भक्तों ने पुनः स्थापित किया।
मंदिर की वास्तुकला
मंदिर की संरचना बहुत भव्य है। इसकी दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी देखने को मिलती है।
मुख्य गर्भगृह में शिवलिंग स्थापित है, जिसे विशेष पूजा-अर्चना के लिए प्रतिष्ठित किया गया है।
मंदिर के गुम्बद और स्तंभ हिंदू स्थापत्य कला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
गृहणेश्वर मंदिर की विशेषताएँ
यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
यहाँ भगवान शिव और माँ पार्वती की विशेष पूजा होती है।
महाशिवरात्रि और श्रावण मास में विशेष उत्सव मनाया जाता है।
मंदिर में महिलाएँ भी शिवलिंग का अभिषेक कर सकती हैं।
कैसे पहुँचे गृहणेश्वर मंदिर?
हवाई मार्ग: औरंगाबाद हवाई अड्डा सबसे निकटतम है।
रेल मार्ग: औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग: महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों से यहाँ तक बस और टैक्सी उपलब्ध हैं।
गृहणेश्वर मंदिर यात्रा के लिए सर्वश्रेष्ठ समय
मंदिर दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय महाशिवरात्रि और श्रावण मास होता है।
इन महीनों में यहाँ का आध्यात्मिक वातावरण भक्तिमय हो जाता है।
निष्कर्ष
गृहणेश्वर मंदिर शिव भक्तों के लिए एक अनमोल धरोहर है।
यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ऐतिहासिक और वास्तुकला के लिहाज से भी अद्वितीय है।
यदि आप शिव के अनन्य भक्त हैं, तो इस मंदिर की यात्रा अवश्य करें।