Cast Of Aankhon Ki Gustaakhiyan विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की इमोशनल रोमांस की अनकही कहानी। रस्किन बॉन्ड की लघु कहानी ‘द आइज़ हैव इट’ से प्रेरित इस फिल्म में विक्रांत एक दृष्टिबाधित संगीतकार और शनाया एक थिएटर कलाकार के रूप में झलकते हैं। उनके सफर, संघर्ष और प्यार की दिल छू लेने वाली कहानी अब आपके सामने।
Cast Of Aankhon Ki Gustaakhiyan रस्किन बॉन्ड की कहानी से सजी इस फिल्म में दोस्ती, प्यार और भावनाओं का खूबसूरत संगम
फिल्म “आंखों की गुस्ताखियां” प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड की लघु कहानी “The Eyes Have It” से प्रेरित है। इसमें विक्रांत मैसी एक दृष्टिबाधित संगीतकार जहान के रूप में हैं, जो ट्रेन की यात्रा के दौरान थिएटर कलाकार सबा (शनाया कपूर) से मिलता है। सबा अपनी पहली फिल्म में नेत्रहीन लड़की का रोल निभाने की तैयारी में है और अपनी आंखों पर पट्टी बांधे है।
शुरुआत – एक अनोखी प्रेम कहानी

यह फिल्म विक्रांत मैसी एक दृष्टिबाधित संगीतकार की भूमिका में हैं, जो अपनी दुनिया में खोया हुआ है, जबकि शनाया कपूर एक जीवंत थिएटर कलाकार हैं। दोनों की मुलाकात एक ट्रेन यात्रा में होती है, जहां से उनकी अनकही रोमांस की शुरुआत होती है। इस प्रेम कथा में दोस्ती, संवेदना और संघर्ष का खूबसूरत मिश्रण है।
विक्रांत मैसी की दमदार एक्टिंग की खासियत
फिल्म में विक्रांत मैसी का किरदार गहराई से लिखा गया है, जिसकी वजह से उन्होंने इसे बेहद प्रभावशाली ढंग से निभाया है। उनकी एक्टिंग में नेत्रहीनता के साथ उसकी मानसिक कुंठा और जज्बे को दर्शाना दर्शकों का दिल छू गया। यह रोल उनकी एक्टिंग कैरियर की एक नई मिसाल साबित हुई है।
शनाया कपूर का बॉलीवुड डेब्यू और तारीफें
शनाया कपूर ने इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया है और अपने किरदार में मासूमियत, जज्बा और प्रभावशाली अभिनय से सभी का दिल जीत लिया है। उनके किरदार की सादगी और गहराई ने फिल्म को अलग पहचान दी है।
फिल्म की कहानी की गहराई
फिल्म की कहानी में सिर्फ रोमांस नहीं, बल्कि जीवन की असल चुनौतियों,
कमजोरियों और उम्मीदों को खूबसूरती से पेश किया गया है।
यह कहानी बस एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि इंसान के
दर्द और जज्बे की कहानी है जो हर दिल को छू जाएगी।
संगीत और साउंडट्रैक का जादू
फिल्म का संगीत जोएल क्रैस्टो और विशाल मिश्रा ने दिया है,
जो दृश्यावली को और प्रभावशाली बनाते हैं। खासकर “नजारा” और “तेरे बिना”
जैसे गाने लोगों के दिलों में जगह बना चुके हैं।
संगीत फिल्म के इमोशनल वैरीज को मजबूती से पकड़ता है।
निर्देशन और सिनेमैटोग्राफी
संतोष सिंह के निर्देशन में फिल्म ने साधारण कहानी को भावनात्मक रूप से ओढ़ा है।
तनवीर मीर की छायांकन ने फिल्म के विजुअल इफेक्ट्स को और निखारा है,
खासकर ट्रेन और शहर के दृश्य जिसने कहानी को जीवंत बना दिया।
दर्शकों और समीक्षकों की प्रतिक्रिया
फिल्म ने समीक्षकों और दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया हासिल की है।
विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की जोड़ी की केमिस्ट्री को विशेष सराहना मिली है।
फिल्म की भावनात्मक कहानी और संवेदनशील अभिनय ने इसे ध्यान देने योग्य बॉलीवुड क्रिएशन बना दिया है।











