Boys Attitude Shayari: Best Latest Attitude Shayari in Hindi
July 29, 2024 2025-02-01 11:41Boys Attitude Shayari: Best Latest Attitude Shayari in Hindi
Boys Attitude Shayari: Best Latest Attitude Shayari in Hindi
Boys Attitude Shayari: मानव का दृष्टिकोण या रवैया उसकी सोच, भावनाओं और व्यवहार का प्रतिबिंब होता है। सकारात्मक दृष्टिकोण से जीवन में चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलती है। नकारात्मक रवैया व्यक्ति को निराशा और तनाव में डाल सकता है। सही दृष्टिकोण से सफलता की राह आसान हो जाती है। दृष्टिकोण न केवल व्यक्ति के व्यक्तित्व को प्रभावित करता है बल्कि उसके आस-पास के लोगों पर भी प्रभाव डालता है।
Best Attitude Shayari for Boys

अगर लंका चाहिए तो रावण तो बनना पड़ेगा न मेरी जान!

इज़्जत दो इज्जत लो नवाब होगे तुम अपने घर में

चाहने वालों की दुआ और जलने वालों का शुक्रिया

मुझे कमजोर ना समझना, मै सोच समझकर शांत बैठा हूं।

गलतफहमी मत पाल तू कि तेरा राज़ है बेटा आकर देख ले कौन किसका बाप है

खून में उबाल आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं Attitude की दीवानी है

हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे

तू वाकिफ नहीं मेरे जुनून से, नहला दूंगा तुझे तेरे ही खून से।
Best Attitude Quotes for Boys

कर लो नजर अंदाज अपने हिसाब से जब
हम करेंगे तो बेहिसाब करेंगे

हम डर के नही सब कुछ कर के बैठे हैं

आप अच्छे हैं अच्छे से रहना हम बुरे हैं हमसे दूर ही रहना

हम जैसे लोग कीमत से नही किस्मत से मिला करते हैं।

अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ।

बेशक खेल तुम्हारे होंगे लेकिन अब चाल हमारी होगी।

तुम्हारी सोच में बुरे हैं हम तो सोचो तुम्हारी सोच कितनी बुरी है।

तुझे लगता है कि तेरी बहुत ऊँची शान है, मगर अफ़सोस तू अभी अंजान है !
Best Attitude Message for Boys

हम अपने अंदाज में मस्त हैं, जरुरी नहीं की सबको पसंद आए

बेटा खेल बहुत अच्छा खेला तूने लेकिन बंदा गलत चुन लिया

दुश्मन तो बहुत हैं पर वो कहतें हैं ना शेर का शिकार कुत्तों से नही होता।

जितनी इज्जत दे सकता हूँ उतनी उतार भी सकता हूँ।

उड़ने दो मिट्टी को आखिर कहाँ तक उड़ेगी हवाओं ने जब साथ छोड़ा तो जमीन पर ही गिरेगी

शांत बैठने का वक़्त ख़तम हो गया
अब बारी है दहाड़ने की।

हम अपनी रियासत के राजा हैं लोगों की पहुँच हमारे लिए मायने नही रखती !

दिखावे के शरीफ बनने की आदत नहीं है हमारी शब्द चाहे जैसे भी हों खुलेआम बोलते हैं।

कुछ को हकीकत कुछ को ख्वाब करना है बहुत लोग हैं बाकी जिनका अभी हिसाब करना है।

मिजाज में थोड़ी सख्ती जरूरी है साहेब, लोग पी जाते अगर समुन्दर खारा ना होता

हमसे उलझना कुछ ऐसा है, जैसे बारूद के ढेर पर बैठकर चिंगारी से खेलना

डूब जाए आसानी से, मै वो कश्ती नहीं, मिटा सको तुम मुझे ये बात तुम्हारे बस की नहीं

ख्वाब टूटे है मगर हौंसले जिन्दा है, हम तो वो है जिन्हें देख के मुश्किलें भी शर्मिंदा है

जो एक बार नजरो से उतर जाए फर्क नही पड़ता वो जिंदा रहे या मर जाये