Attitude Shayari in Hindi: आजकल के जमाने में हर कोई खुद को फन्ने खां समझता है। जिसे घमंड भी कहा जाता है लेकिन, खुद को इन जैसे लोगों के सामने छोटा ना समझे। इनके सामने खुद हमेशा ऊपर और मजबूत बनाए रखें। क्योंकि आप जितना लोगों के सामने खुद को कमजोर दिखाएंगे। वह उतना ही आपको दबाने की कोशिश करेंगे।
दमदार एटीट्यूड शायरी: जबरदस्त अंदाज में अपनी बात कहें!
तुम्हे बोहोत मौके दे चुका हु मै,
अब मेरे चौके का इंतजार करो…!

जो भी चाहो सरे आम हो जाएगा,
मेरा नाम ले देना तुम्हारा काम हो जायेगा…!

गुरुर तो मुझमें जरा सा भी नही है,
मगर तोड़ना अच्छे से जानता हु…!

मैं एक ही रूल को मानता हु,
कोई आए तो वेलकम और जाए तो भीड़ कम…!

मुझे डराने वालो की एक कमजोरी है,
ये नही जानते की मेरा इतिहास क्या है…!

हद में रहोगे तो थोड़ा और जी लोगे,
मुझे भी कुत्ते पलने का शोक है…!

सोना समझ कर रक्खा था तुझे अपने पास,
और तूने पीतल के भाव खुद को बेच दिया…!

मुरझाए हुए फूलो को फिर से खिला देंगे,
जिधर भी जायेंगे सिस्टम हिला देंगे…!

तेरी सूरत के जैसे कई इन्सान खरीद दु,
तू तो क्या तेरा खानदान खरीद दु…!

Attitude Shayari in Hindi
चारो तरफ चांद सितारे नजर आएंगे,
मेरी आंखो में देखोगे तो अंगारे नजर आएंगे…!

ये प्यार व्यार मुझे समझ नहीं आता,
मैं बचपन से थोड़े गरम मिजाज का हु…!

कोई बात करनी है आखिर बात क्या है,
तू कोन है पगले तेरी औकात क्या है…!

मेरी बुराई करने वालो से इतना कहूंगा,
शेर कुत्तों के भोकने का जवाब नही देता…!

मेरे भाई शेर को जगाना
और हमे सुलाना मित्र
किसी के बस की बात नही है
और हम वहाँ खड़े होते हैं
जहाँ पर मैटर बड़े होते हैं

बादशाह हो या मालिक सलामी हम नही करते
पैसे हो या कोई राजकुमारी गुलामी हम नही करते

Attitude उतना ही दिखाओ
जितना तुम्हारे सकल पे सूट करें

मेरे पास जुनून है तभी तो
तेरा गुरुर मेरे सामने चकनाचूर है

खफा होने से पहले
मेरी जिंदगी से दफा हो जाना
एटीट्यूड से भरपूर शायरी: जो हदें पार करे, वही बादशाह कहलाए!

रूठे हुओ को मनाना
और गैरो को हसाना हमे पसंद नही

ज़रा सा वक़्त क्या बदला नज़र मिलाने लगे
जिनकी औक़ात नहीं थी वह भी सर उठाने लगे

फर्क बहुत है तेरी और मेरी तालीम में
तूने उस्तादों से सीखा है और मैंने हालातो से

अपना कोई क्या बिगाड़ सकता है
अपनी तो क़िस्मत उसने लिखी है
जिसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता

जिन्हे हम जहर लगते हैं
वो कौनसा हमे शहद लगते हैं

हम बुरे है इसमें कोई शक नहीं
पर कोई बुराई करे
इतना किसी को हक़ नहीं

मैंने कब कहा कीमत समझो तुम मेरी
हमें बिकना ही होता तो यूँ तन्हा ना होते

ज़िंदगी अपनी अंदाज़ में जीनी चाहिए
दूसरों के कहने पर तो
शेर भी सर्कस में नाचते हैं

आप होशियार है अच्छी बात है
पर हमें मुर्ख न समझे यह उससे भी अच्छी बात हैं

एक उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंनें
जिसको अपना माना उसे कभी परखा नही

शरीफ इतना रहो
जितनी दुनिया रखे

भले ही अपने ख़ास दोस्त कम हैं
पर जितने भी है Nuclear Bomb हैं
