Arail Ghat: प्रयागराज का एक अद्भुत धार्मिक और प्राकृतिक स्थल!
March 28, 2025 2025-03-28 15:10Arail Ghat: प्रयागराज का एक अद्भुत धार्मिक और प्राकृतिक स्थल!
Arail Ghat: प्रयागराज का एक अद्भुत धार्मिक और प्राकृतिक स्थल!
Arail Ghat: अरैल घाट प्रयागराज में यमुना नदी के किनारे स्थित एक प्रसिद्ध और पवित्र स्थल है। यह घाट त्रिवेणी संगम के पास ही है, जहाँ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है। अरैल घाट का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व इसे श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाता है।
इस लेख में हम अरैल घाट के महत्व, वहाँ की गतिविधियाँ और यात्रा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों पर चर्चा करेंगे।

अरैल घाट का धार्मिक महत्व
अरैल घाट हिंदू धर्म में एक पवित्र स्थल माना जाता है।
यहाँ पर स्नान करने से पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति मानी जाती है।
कुम्भ मेला और माघ मेला के समय लाखों श्रद्धालु यहाँ आकर स्नान और पूजन करते हैं।
इस घाट से संगम का दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है, जो आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है।
अरैल घाट पर प्रमुख गतिविधियाँ
पवित्र स्नान: संगम में डुबकी लगाना सबसे प्रमुख गतिविधि है।
पूजा और अनुष्ठान: पंडितों द्वारा विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, तर्पण और पिंडदान किए जाते हैं।
सूर्य अर्घ्य: सूर्योदय और सूर्यास्त के समय दिया जलाकर अर्घ्य देने की परंपरा है।
नौका विहार: संगम और आसपास के क्षेत्रों में नाव की सवारी पर्यटकों को बेहद पसंद आती है।
अरैल घाट कैसे पहुँचें?
रेल मार्ग: प्रयागराज जंक्शन से अरैल घाट लगभग 10 किमी दूर है।
सड़क मार्ग: बस और टैक्सी के माध्यम से सीधे पहुँचा जा सकता है।
नौका मार्ग: संगम या दूसरे घाटों से नाव द्वारा भी पहुँचा जा सकता है।
यात्रा के लिए सुझाव
सुबह का समय: सूर्योदय के समय का वातावरण बेहद शांत और मनमोहक होता है।
सामान का ध्यान रखें: भीड़भाड़ में सामान की सुरक्षा का ध्यान रखें।
स्थानीय भोजन का आनंद लें: घाट के पास चाट, लस्सी और अन्य व्यंजनों का स्वाद अवश्य चखें।
कुम्भ और माघ मेला के दौरान अरैल घाट
कुम्भ और माघ मेला के समय अरैल घाट पर विशेष व्यवस्था की जाती है।
टेंट सिटी, स्वास्थ्य सेवाएँ और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते हैं।
इन आयोजनों के दौरान अरैल घाट पर अद्भुत नजारे और सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिलते हैं।
अरैल घाट न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी प्राकृतिक सुंदरता भी लोगों को आकर्षित करती है।
यहाँ का शांत और पवित्र वातावरण आत्मिक शांति और सुकून प्रदान करता है।
अगर आप प्रयागराज की यात्रा पर हैं, तो अरैल घाट का दर्शन अवश्य करें और इस पवित्र स्थल का अनुभव लें।