PM Vishwakarma ट्रेनिंग 2025 में आपके राज्य में कहां खुले हैं केंद्र? पूरी लिस्ट, प्रशिक्षण के लाभ, और आवेदन प्रक्रिया की आसान जानकारी यहां देखें।
PM Vishwakarma ट्रेनिंग केंद्रों पर मिलने वाली बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत लाभार्थियों को पहले स्किल वेरिफिकेशन के बाद 5-7 दिनों (40 घंटे) की बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें पारंपरिक कारीगरी के मूल कौशल सिखाए जाते हैं। इसके बाद इच्छुक उम्मीदवार 15 दिनों (120 घंटे) की एडवांस ट्रेनिंग भी ले सकते हैं, जो आधुनिक तकनीक, डिजिटल पेमेंट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे GeM पर उत्पाद लिस्टिंग, और मार्केटिंग तकनीकों पर केंद्रित होती है।
PM Vishwakarma ट्रेनिंग योजना क्या है?

यह योजना पारंपरिक कारीगरों और छोटे व्यवसायियों को स्किल डेवलपमेंट के जरिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए है। इसमें बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग के साथ डिजिटल मार्केटिंग और ई-कॉमर्स की ट्रेनिंग भी होती है।
आपके राज्य में PM Vishwakarma ट्रेनिंग सेंटर की पूरी लिस्ट
हर राज्य में हजारों ट्रेनिंग सेंटर सक्रिय हैं। इस पोस्ट में आप अपने राज्य और जिले के सभी सेंटरों के नाम, पते और संपर्क नंबर जान सकते हैं।
ट्रेनिंग सेंटरों पर मिलने वाली बेसिक ट्रेनिंग का महत्व
करीबी सेंटर पर मिलने वाली बेसिक ट्रेनिंग में ट्रेड की मूलभूत दक्षताएं सिखाई जाती हैं, जो कारीगरों की कला को निखारती है। इससे उनकी क्षमता में सुधार होता है।
एडवांस ट्रेनिंग: आधुनिक तकनीक और डिजिटल कौशल
यह ट्रेनिंग ई-कॉमर्स, डिजिटल पेमेंट, और बाजार तक पहुंच बढ़ाने पर केंद्रित है,
जिससे कारीगर आधुनिक मार्केट में प्रतिस्पर्धा कर सकें।
PM Vishwakarma योजना में समर्थन और लाभ
ट्रेनिंग के साथ-साथ टूलकिट इंसेंटिव, ब्याज मुक्त कर्ज, और पहचान कार्ड भी दिए जाते हैं,
जो कारीगरों को आर्थिक मजबूती देने में मदद करते हैं।
योजना का प्रभाव और सफलता की कहानियाँ
कई राज्यों से ऐसे उदाहरण आए हैं जहां ट्रेनिंग प्राप्त कारीगरों ने
नया व्यवसाय शुरू कर आर्थिक सुधार किया है।
यह योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान रूप से फलीभूत हो रही है।
ट्रेनिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज़
इसमें आप जानेंगे कि आवेदन कैसे करें, कौन-कौन से दस्तावेज़ जरूरी हैं,
और ऑनलाइन पोर्टल से प्रोसेस कैसे होती है। यह जानकारी सभी लाभार्थियों के लिए जरूरी है।










