मंजिलें मिले ना मिले ये तो मुद्दर की बात है, लेकिन अगर हम कोशिश भी नहीं करें, ये तो बिल्कुल गलत बात है

काम, क्रोध और लोभ ये तीनों नरक के व्दार हैं।

सुख का मुख्य सिध्दान्त स्वास्थ्य है और स्वास्थ्य का मुख्य सिध्दान्त कसरत।

जब क्रोध में हों, तो दस बार सोचकर बोलिए, जब ज्यादा क्रोधित अवस्था में हों, तो हजार बार सोचिए।