महिला शिक्षा और रोजगार सरकार की 5 प्रोत्साहन योजनाएं जो महिलाओं को शिक्षा और रोजगार में सशक्त बनाकर आत्मनिर्भर बनाती हैं। जानिए इन योजनाओं के लाभ, पात्रता, और आवेदन प्रक्रिया।
महिला शिक्षा और रोजगार मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना महिलाओं को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता एवं प्रशिक्षण
रोजगार योजना 2025 का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत सरकार हर परिवार की एक महिला को ₹10,000 की प्रारंभिक वित्तीय सहायता प्रदान करती है ताकि वे स्वयं का व्यवसाय या रोजगार शुरू कर सकें। यह राशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025

इस योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए ₹10,000 की प्रारंभिक वित्तीय सहायता दी जाती है। साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है, जिससे महिलाएं सिलाई, ब्यूटी पार्लर, डेयरी, बागवानी जैसे क्षेत्रों में रोजगार पा सकें। विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर, विधवा और तलाकशुदा महिलाओं पर फोकस है। आवेदन प्रक्रिया सरल है और लाभ सीधे बैंक खाते में भेजा जाता है।
किशोरी शक्ति योजना
यह योजना 11-18 वर्ष की लड़कियों के लिए है, जिसका उद्देश्य उन्हें जीवन कौशल, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना है ताकि वे भविष्य में सशक्त और आत्मनिर्भर बन सकें। इसमें व्यावसायिक प्रशिक्षण और सामाजिक सुरक्षा सहायता भी शामिल है।
महिला शक्ति केंद्र (MSK) योजना
ग्रामीण महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कानूनी सहायता व रोजगार संबंधी सेवाएं प्रदान करने के लिए महिला शक्ति केंद्र बनाए जाते हैं। इससे महिलाओं को न केवल रोजगार मिलता है बल्कि उनका सामाजिक सशक्तिकरण भी होता है।
नारी शक्ति योजना
यह योजना महिलाओं को स्वरोजगार पर प्रोत्साहित करती है। इसके अंतर्गत महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रशिक्षण, ऋण, और सब्सिडी दी जाती है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर होकर अपने-अपने क्षेत्र में आर्थिक रूप से मजबूत बनती हैं।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
इस योजना के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को आर्थिक सहायता दी जाती है।
इसका उद्देश्य नवजात शिशु के पोषण और मातृस्वास्थ्य को बेहतर बनाना है, जिसकी प्रभावी शिक्षा से
महिलाओं का सामान्य स्वास्थ्य और रोजगार क्षमता भी बढ़ती है।
फ्री सिलाई मशीन योजना
इस योजना के अंतर्गत विधवा, निराश्रित और विकलांग
महिलाओं को निःशुल्क सिलाई मशीन प्रदान की जाती है,
जिससे वे घर बैठे रोजगार कर सकें। इसके साथ, सिलाई प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
प्रधानमंत्री स्वन्िधि योजना
यह योजना महिला स्ट्रीट वेंडरों को छोटे व्यवसाय के लिए आसान ऋण और आर्थिक सहायता देती है।
इससे महिलाएं बिना किसी बड़े निवेश के स्वरोजगार शुरू कर सकती हैं
और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।











