प्रधानमंत्री महिला योजना जानें प्रधानमंत्री महिला योजना और सरकार की 5 ऐसी शक्तिशाली योजनाएं, जो महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, कौशल विकास, स्वास्थ्य और शिक्षा में बहुमूल्य योगदान करती हैं और उनके जीवन की दिशा बदल सकती हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना महिला उद्यमियों के लिए आसान ऋण सुविधा,
(PMMY) महिला उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को अपने व्यवसाय शुरू करने या बढ़ाने में मदद करना है। इस योजना के तहत महिलाएं ₹50,000 से लेकर ₹10 लाख तक का लोन आसान शर्तों पर प्राप्त कर सकती हैं, जो कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, सहकारी बैंक, NBFC और माइक्रो फाइनेंस संस्थानों द्वारा प्रदान किया जाता है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

महिला उद्यमियों के लिए आसान ऋण सुविधा उपलब्ध कराती है। ₹50,000 से ₹10 लाख तक बिना गारंटी के लाभार्थी को ऋण मिलता है, जिससे महिलाएं स्वरोजगार और व्यवसाय स्थापित कर आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनती हैं।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना
यह योजना विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है। योजना के तहत महिलाएं स्वरोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा (एलपीजी गैस कनेक्शन) उपलब्ध कराकर उनके स्वास्थ्य सुधार और घरेलू कामों को आसान बनाने में मदद करती है। यह योजना महिलाओं की सामाजिक स्थिति में सुधार का कारण बनी है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान
लड़कियों के प्रति सामाजिक सोच में सुधार लाने,
उनके शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने की व्यवस्था करती है,
जिससे समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती है
और लड़कियों का भविष्य उज्जवल होता है।
लखपति दीदी योजना
ग्रामीण और शहरी महिलाओं को व्यवसाय के जरिए आर्थिक सशक्तिकरण का अवसर देती है,
ताकि वे आत्मनिर्भर होकर परिवार और समाज का विकास कर सकें।
योजना के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण एवं आर्थिक मदद दी जाती है।
नारी शक्ति योजना
महिलाओं के कौशल विकास और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करती है,
जिससे महिलाएं विभिन्न व्यवसायिक क्षेत्रों में सफल हो रही हैं
और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना रही हैं।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
गर्भवती माताओं को आर्थिक सहायता देकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार करती है।
योजना का उद्देश्य सुरक्षित मातृत्व और बेहतर पोषण को सुनिश्चित करना है,
जिससे महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर होता है।











